/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/28/ed-2025-07-28-18-25-37.jpg)
छांगुर बाबा।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता । अवैध धर्मांतरण के मामले में बलरामपुर जिले से गिरफ्तार मुख्य आरोपित जमालुद्दीन उर्फ छांगुर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को स्पेशल कोर्ट में पेश किया। ईडी की मांग पर कोर्ट ने पूछताछ के लिए छांगुर को पांच दिन की कस्टडी रिमांड पर दिया है। हालांकि ईडी ने छांगुर बाबा से पूछताछ के लिए सात दिन की रिमांड मांगी थी।
पिछले दिनों ईडी ने छांगुर के 15 ठिकानों पर मारा था छापा
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छांगुर बाबा पर गैरकानूनी धर्मांतरण, विदेशी धन के उपयोग और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए संभावित खतरा पैदा करने वाली गतिविधियों से संबंधित षड्यंत्र रचने का आरोप है। पिछले दिनों इस मामले में ईडी की लखनऊ शाखा ने पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत बलरामपुर, लखनऊ और मुंबई स्थित छांगुर बाबा और उनके करीबियों के 15 ठिकानों पर छापा मारा था।
छांगुर के भतीजे के अवैध ठिकानों पर चला बुलडोजर
बलरामपुर जिला प्रशासन ने शनिवार को छांगुर बाबा के भतीजे सबरोज के अवैध ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। गैडास बुजुर्ग थाना क्षेत्र के रेहरा माफी गांव में सबरोज का घर सरकारी (ग्राम समाज) जमीन पर अवैध रूप से बना था। जिला प्रशासन ने पहले नोटिस दिया था, लेकिन अतिक्रमण नहीं हटाया गया। प्रशासन की टीम ने वहां पहुंचकर बुलडोजर कार्रवाई की। सीओ राघवेंद्र प्रताप ने बताया कि पुलिस की निगरानी में अवैध निर्माण पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई।
प्रतिबंधित संगठनों से संबंध की चल रही जांच
ज्ञात हो कि छांगुर का गिरोह देश-विरोधी गतिविधियों में शामिल था और देश भर में अवैध काम कर रहा था। इसमें कई लोग उसके साथ थे। छांगुर के कई राज सामने आ चुके हैं, लेकिन उसके संदिग्ध या प्रतिबंधित संगठनों से संबंध की जांच चल रही है। बताया जा रहा है कि उसने दुबई, सऊदी, और तुर्की जैसे देशों में अपने संपर्क बनाए थे।
मुख्य रूप से धर्मांतरण के काम में लगा था छांगुर
छांगुर मुख्य रूप से धर्मांतरण के काम में लगा था। हाल ही में राज्य पुलिस ने बड़े धर्मांतरण गिरोहों का पदार्फाश किया था। आगरा में दो लापता बहनों के मामले की जांच के दौरान पुलिस ने एक ऐसे नेटवर्क का खुलासा किया, जो छह राज्यों तक फैला था। बलरामपुर में छांगुर बाबा के बहुराष्ट्रीय धर्मांतरण गिरोह की कहानी ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है।