लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। हुसैनगंज चुटकी भंडार बालिका इंटरमीडिएट कॉलेज की लगभग पांच सौ से अधिक छात्राओं की जान पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। स्कूल भवन जर्जर हालत में है और किसी भी वक्त बड़ा हादसा हो सकता है। बावजूद इसके, प्रशासनिक स्तर पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। यह विद्यालय लंबे समय से जर्जर भवन में संचालित हो रहा है। दीवारों में बड़ी दरारें, छत के गिरने का खतरा और कमजोर आधार संरचना किसी भी समय जानलेवा साबित हो सकती है। बरसात के मौसम में यह खतरा और भी ज्यादा बढ़ गया है। विभिन्न तकनीकी रिपोर्टों और निरीक्षणों में इसे खतरनाक घोषित किया जा चुका है।
संविधान के अनुच्छेद 21 और 21A का उल्लंघन
इस मामले को लेकर अधिवक्ता और समाजसेवी विजय कुमार पांडेय ने 3 मई 2025 को एक विस्तृत शिकायती पत्र तैयार कर 5 मई को पंजीकृत डाक से सभी संबंधित अधिकारियों को भेजा था। लेकिन अब तक सिर्फ एक अधिकारी ने जवाब दिया है। उन्होंने भवन की जर्जर स्थिति स्वीकार तो की, लेकिन कोई ठोस कदम न उठाते हुए सिर्फ प्रक्रियात्मक बाधाओं का हवाला दिया। विजय पांडेय ने प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह स्थिति भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 (जीवन का अधिकार) और 21A (शिक्षा का अधिकार) का खुला उल्लंघन है। उन्होंने यह भी कहा कि बार-बार चेतावनियों और निवेदनों के बावजूद छात्राओं को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया।
कॉलेज भवन तुरंत कराया जाए खाली
अधिवक्ता ने आशंका जताई कि अगर तुरंत कोई निर्णय नहीं लिया गया, तो किसी भी समय बड़ी जनहानि हो सकती है। उन्होंने आम जनता से भी अपील की है कि इस गंभीर मुद्दे पर आवाज उठाएं और प्रशासन पर दबाव बनाएं कि कॉलेज भवन को तुरंत खाली कर ध्वस्त किया जाए और छात्राओं को किसी सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जाए।
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