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लखनऊ में रिटायर्ड अधिकारी से साइबर ठगों की करोड़ों की ठगी
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। लोगों को ठगने के लिए साइबर ठग हर दिन नया-नया तरीका इजात कर रहे है। राजधानी में डिजिटल अरेस्ट का नया मामला सामने आया है। सेवानिवृत्ति कृषि अधिकारी को साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर अपने जाल में फंसा लिया। ठगों ने खुद को पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारी बताकर उन्हें पांच दिनों तक वीडियो कॉल पर कैद रखा और इस दौरान 1.18 करोड़ रुपये हड़प लिए।
ईडी अफसर से वीडियो कॉल से जाेड़कर साइबर ठग ने धमकाया
यह सनसनीखेज ठगी 3 सितंबर से शुरू हुई। इंदिरा नगर सेक्टर-13 के निवासी हीरक भट्टाचार्य के व्हाट्सएप पर सुबह करीब 10 बजे एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने अपना नाम विजय खन्ना बताया और कहा कि हीरक भट्टाचार्य के नाम से दिल्ली के केनरा बैंक में खाता खुला है, जिसमें संदिग्ध लेनदेन हो रहे हैं। डराए-धमकाए जाने के बाद पीड़ित को कथित ED अफसर ‘राहुल गुप्ता’ से वीडियो कॉल पर जोड़ा गया।
तीन बार में 44 लाख रुपये ठगों के बताए खातों में ट्रांसफर कर दिए
फर्जी ED अफसर ने बुजुर्ग को यकीन दिलाया कि उनके खाते में ठगी की रकम आई है और जांच के लिए उनकी सारी बैंक जमा राशि ‘सुरक्षित सरकारी खातों’ में भेजनी होगी, जो बाद में लौटा दी जाएगी। भरोसा कर चुके बुजुर्ग पहले बैंक पहुंचे और तीन बार में 44 लाख रुपये ठगों के बताए खातों में ट्रांसफर कर दिए।
5 दिन तक रखा ‘डिजिटल अरेस्ट’ में
पहली किस्त भेजने के बाद ठगों ने नया नाटक रचा। उन्होंने कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज हो गया है, इसलिए हीरक भट्टाचार्य किसी से बात नहीं कर सकते। वे लगातार व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर नजर रखे गए, ताकि न घर से बाहर जा सकें और न सलाह ले सकें।इस दौरान पीड़ित ने डर के चलते और 74.55 लाख रुपये ठगों के बताए 35 बैंक खातों में जमा कर दिए।
रकम वापस मांगी तो ठगों ने कॉल उठाना बंद कर दिया
पांच दिन बाद जब हीरक भट्टाचार्य ने रकम वापस मांगी तो ठगों ने कॉल उठाना बंद कर दिया। धोखे का एहसास होने पर उन्होंने परिजनों को बताया और साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर ठगों के बैंक खातों की जांच शुरू कर दी है।
तेजी से फैल रहा ‘डिजिटल अरेस्ट’ स्कैम
साइबर थाना प्रभारी ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट स्कैम बुजुर्गों और रिटायर्ड लोगों को निशाना बना रहा है। हाल ही में दिल्ली में भी एक रिटायर्ड बैंकर से इसी तरीके से 23 करोड़ रुपये की ठगी हुई थी। लखनऊ पुलिस ने लोगों को सतर्क रहने और ऐसे किसी भी कॉल की सूचना तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर देने की अपील की है। जल्द सूचना देने से ठगी के पैसाें को वापस कराने की संभावना ज्यादा रहती है। क्योंकि साइबर अपराधी ठगी करने के बाद तुरंत पैसा नहीं निकाल पाते है।
IPS अफसर यमुना प्रसाद के लखनऊ वाले घर में बड़ी चोरीLucknow News:विकासनगर इलाके में आईपीएस अधिकारी यमुना प्रसाद के खाली पड़े मकान में चोरों ने धावा बोलकर नकदी, घड़ियों, चांदी के बर्तन और यहां तक कि टोटियां भी उड़ा लीं। यमुना प्रसाद वही अधिकारी हैं जिन्होंने माफिया मुख्तार अंसारी को पंजाब से यूपी लाने में अहम भूमिका निभाई थी।पुलिस के मुताबिक, यमुना प्रसाद वर्तमान में नोएडा में डीएसपी पद पर तैनात हैं और परिवार के साथ वहीं रहते हैं। लखनऊ स्थित उनके घर की देखरेख रिश्तेदार असित सिद्धार्थ कर रहे थे। 22 सितंबर की शाम बिजली गुल होने के कारण घर बंद रहा। अगले दिन बिजली विभाग के कर्मचारियों की मदद से जब दरवाजा खोला गया, तो भीतर का नज़ारा देखकर सभी दंग रह गए।
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पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर शुरू की जांचघर की खिड़की की ग्रिल टूटी हुई थी, अलमारियां बिखरी पड़ी थीं और नकदी समेत कई सामान गायब थे। चोरी की सूची में करीब 50 हजार नकद, चांदी के 10 सिक्के, 3 कलाई घड़ियां, 2 दीवार घड़ियां, चांदी के गिलास-कटोरियां, गिफ्ट आइटम और करीब 20 टोटियां शामिल हैं।असित सिद्धार्थ की सूचना पर विकासनगर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। यह वारदात एक बार फिर पुलिस अधिकारियों के खाली घरों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े करती है। |
एसिड अटैक और गैंगरेप की धमकी से सहमी छात्रा, पढ़ाई छोड़ीLucknow Crime : राजधानी के जानकीपुरम इलाके में एक छात्रा को धमकाकर स्कूल छोड़ने पर मजबूर करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि इलाके का एक दबंग युवक लंबे समय से छात्रा पर शादी का दबाव बना रहा था। छात्रा के इंकार करने पर आरोपी अपने साथियों के साथ उसके घर पहुंचा और एसिड अटैक व गैंगरेप की धमकी दी। डर के चलते छात्रा ने स्कूल जाना बंद कर दिया। कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमापीड़िता और उसके परिजन इस उत्पीड़न की शिकायत लेकर जानकीपुरम थाने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने शुरुआती दौर में कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद परिजनों ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।परिजनों का कहना है कि लगातार धमकियों और पुलिस की लापरवाही के कारण छात्रा का मानसिक संतुलन बिगड़ने लगा था। मामले ने इलाके में आक्रोश पैदा कर दिया है और लोग छात्रा को सुरक्षा दिलाने की मांग कर रहे हैं।पुलिस का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज कर लिया गया है और आरोपी युवक व उसके साथियों की तलाश की जा रही है। |
50 हजार के इनामी गैंगस्टर अरमान की STF ने गिरफ्तारी की
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Lucknow Crime :उत्तर प्रदेश एसटीएफ (STF) को बड़ी सफलता मिली है। चंदौली जनपद के गैंगस्टर एक्ट में वांछित 50,000 के इनामी बदमाश अरमान को एसटीएफ की टीम ने वाराणसी के रामनगर भीटी बाईपास के पास गिरफ्तार कर लिया। वह लंबे समय से फरार चल रहा था और कई राज्यों में छिपकर रह रहा था। अरमान को भीटी बाईपास से किया गिरफ्तारएसटीएफ को सूचना मिली थी कि थाना सैय्यदराजा (चंदौली) में दर्ज गैंगस्टर एक्ट के मामले में वांछित अरमान रामनगर भीटी बाईपास पर मौजूद है। निरीक्षक अंजनी कुमार पांडे, निरीक्षक आदित्य कुमार सिंह और मुख्य आरक्षी गौरव सिंह की टीम ने बीती रात करीब 8:30 बजे दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया। यूपी के अलावा पंजाब व पश्चिमी बंगाल करता था गोवंश की तस्करीपूछताछ में अरमान ने खुलासा किया कि उसका गिरोह यूपी, हरियाणा और पंजाब से गोवंशीय पशुओं की तस्करी कर असम व पश्चिम बंगाल पहुंचाता था। मार्च 2023 में वह चंदौली में गोवंश तस्करी के मामले में पकड़ा गया था, लेकिन गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होने के बाद फरार होकर हरियाणा, मुंबई, दिल्ली और अहमदाबाद में छिपा रहा। अभियुक्त पर पांच मुकदमे पहले से दर्जअरमान पर अमेठी और चंदौली में गोवध निवारण अधिनियम, पशु क्रूरता निवारण अधिनियम और गैंगस्टर एक्ट समेत 5 मुकदमे दर्ज हैं। उस पर कोर्ट से एनबीडब्ल्यू और कुर्की की कार्रवाई भी हो चुकी है।गिरफ्तार अरमान को थाना सैय्यदराजा पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है और आगे की विधिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जाएगी। |