Advertisment

निजीकरण के विरोध में सड़क पर उतरे बिजली कर्मचारी, शक्ति भवन का घेराव कर भरी हुंकार

विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक शैलेन्द्र दुबे ने कहा, नेशनल कोऑर्डिनेशन कमिटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज एंड इंजीनियर्स के आह्वान पर निजीकरण के विरोध में देश में 27 लाख बिजली कर्मचारी एक दिवसीय हड़ताल पर हैं।

author-image
Deepak Yadav
WhatsApp Image 2025-07-09 at 1.39.54 PM

निजीकरण के विरोध में शक्ति भवन के बाहर प्रदर्शन करते बिजली कर्मचारी Photograph: (YBN)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। निजीकरण के विरोध में बुधवार को देशव्यापी हड़ताल के तहत बिजली कर्मियों ने लखनऊ में शक्ति भवन के बाहर प्रदर्शन किया। बिजली कर्मियों की बढ़ती संख्या के चलते पुलिस ने प्रदर्शन स्थल के आसपास बैरिकेडिंग कर दी है। प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल हैं। स्थिति को नियंत्रण में रखने लिए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

Advertisment

निजीकरण से सिर्फ औद्योगिक समूहों को फायदा

बिजली कर्मचारियों ने कहा कि पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम का निजीकरण होने पर उनकी नौकरियां खतरे में पड़ जाएंगी और साथ ही जनता पर भी आर्थिक बोझ बढ़ेगा। नियामक आयोग भी निजीकरण के मसौदे में कई कमियां निकाली हैं। इसके बावजूद सरकार निजीकरण पर अड़ी हुई है। उन्होंने कहा​ कि निजीकरण के सिर्फ औद्योगिक समूहों को फायदा होगा। सरकार जब तक अपना फैसला वापस नहीं लेती, आंदोलन जारी रहेगा। 

किसी भी सूरत में नहीं होने देंगे  निजीकरण

Advertisment

विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक शैलेन्द्र दुबे ने कहा कि आद्यो​गिक समूहों को लाभ देने के लिए 42 जिलों की जमीन मात्र एक रुपये की लीज पर दी जा रही है। एक लाख करोड़ रुपये की परिसंपत्तियों को कौड़ियों के मोल बेचा जा रहा है। पूर्वांचल और दक्षिाणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के नाम पर बड़ी लूट हो रही है। किसी भी सूरत में बिजली कंपनियों का निजीकरण  नहीं होने देंगे।

देश में 27 लाख बिजली कर्मचारी हड़ताल पर

शैलेन्द्र दुबे ने बताया कि नेशनल कोऑर्डिनेशन कमिटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज एंड इंजीनियर्स के आह्वान पर बिजली निजीकरण (Electricity Privatisation) के विरोध में देश में 27 लाख कर्मचारी एक दिवसीय हड़ताल पर हैं। यूपी में एक लाख से अधिक बिजली कार्मिक, संविदा कर्मी, जूनियर इंजीनियर और अभियंता प्रदर्शन कर रहे हैं। राष्ट्रव्यापी हड़ताल में रेल, बैंक, बीमा, बीएसएनएल, डाक विभाग, केन्द्र-राज्य सरकार के कर्मचारी, निजी कारखानों के मजदूर भी शामिल हैं। 

Advertisment

यह भी पढ़ें- लखनऊ में आज 4 से 7 घंटे तक बिजली गुल, इन इलाकों में नहीं आएगी लाइट

यह भी पढ़ें- बिजली आपूर्ति में लापरवाही पर मुख्य अभियंता निलंबित, एक्सईएन और एसई को चार्जशीट

यह भी पढ़ें- पंचायत चुनाव : यूपी में Students को जोड़ेगी AAP, छात्र इकाई का करेगी विस्तार

Advertisment

यह भी पढ़ें- प्राइमरी स्कूलों के विलय पर शिक्षकों में उबाल, आठ जुलाई को आंदोलन का ऐलान

Electricity Privatisation
Advertisment
Advertisment