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रक्षामंत्री राजनाथ सिंह Photograph: (x)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूत करने वाली स्वदेशी मिसाइल ब्रह्मोस की लखनऊ में बनी खेप शनिवार को सेना को सौंप दी गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में निर्मित सुपर सोनिक ब्रह्मोस मिसाइलों के पहले बैच को हरी झंडी दिखाई। सरोजनी नगर तहसील के भटगांव में भारत-रूस संयुक्त रक्षा उपक्रम के अंतर्गत स्थापित संयंत्र में इन मिसाइलों का निर्माण किया जा रहा है।
भारत की रक्षा क्षमता बढ़ी
इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि चार मिसाइलों की डिलीवरी के साथ भारत की रक्षा क्षमता और आत्मनिर्भरता को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने वाला यह कदम न केवल सैन्य सफलता का, बल्कि आर्थिक समृद्धि और रोजगार सृजन का भी प्रतीक है। उन्होंने ब्रह्मोस को 'भारत की बढ़ती स्वदेशी ताकत का प्रतीक' बताया और पाकिस्तान को चेतावनी दी कि अब उसकी एक-एक इंच जमीन ब्रह्मोस की पहुंच में है।
केवल पांच में ब्रह्मोस मिसाइल की डिलीवरी
राजनाथ सिंह ने कहा कि 11 मई 2025 को इस आधुनिक सुविधा का उद्घाटन हुआ था। केवल पांच महीनों में ब्रह्मोस मिसाइल की पहली खेप तैयार होकर सेना को सौंप दी गई। इनती तजी और कुशलता से ये काम पूरा होना केवल रिकॉर्ड ही नहीं, बल्कि लखनऊ और उत्तर प्रदेश की विश्वसनीयता का भी प्रमाण है। आज ब्रह्मोस की विश्वसनीयता के साथ-साथ लखनऊ की पहचान भी और अधिक मजबूत हुई है।
सालना 100 मिसाइल ​सिस्टम की होगी डिलवरी
उन्होंने कहा कि यह सुविधा करीब 200 एकड़ में फैली हुई है और लगभग 380 करोड़ रुपए की लागत से तैयार की गई है। पीक टाइम पर सैकड़ों लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा, जबकि अनुमान है कि यहां से प्रतिवर्ष लगभग 100 मिसाइल सिस्टम थलसेना, वायुसेना और नौसेना को उपलब्ध कराए जाएंगे।
ब्रह्मोस स्वदेशी शक्ति का प्रतीक
रक्षा मंत्री ने ब्रह्मोस की क्षमता का जिक्र करते हुए कहा कि यह परंपरागत वॉरहेड, उन्नत गाइडेड सिस्टम और सुपरसोनिक गति के साथ लंबी दूरी तक सटीक प्रहार करने में सक्षम है। गति, सटीकता और शक्ति का यह अनूठा संयोजन ब्रह्मोस को विश्व की सर्वश्रेष्ठ मिसाइल प्रणालियों में शुमार करता है। ब्रह्मोस आज भारतीय थलसेना, नौसेना और वायुसेना-तीनों की रीढ़ बन चुका है।
ब्रह्मोस भारत की रक्षा में आत्मनिर्भरता की मिसाइल- सीएम योगी
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ब्रह्मोस भारत की रक्षा में आत्मनिर्भरता की मिसाइल है। ये भारत और मित्र देशों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है। लखनऊ में बनी ब्रह्मोस मिसाइल देश की सुरक्षा का भरोसा है और इससे सैकड़ों युवाओं को रोजगार मिला है।
15 हजार युवाओं को मिला रोजगार
योगी आदित्यनाथ ने बताया, अब तक छह सेंटरों पर 2,500 एकड़ से अधिक भूमि इस उद्देश्य के लिए उपलब्ध कराई गई है, जिससे 15 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार मिला है। डीजी ब्रह्मोस और रक्षा मंत्री ने हाल ही में 40 करोड़ रुपये का जीएसटी चेक भी प्रदान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हर साल 100 ब्रह्मोस मिसाइलों का निर्माण होगा और भविष्य में इसकी क्षमता 150 तक बढ़ेगी, तब राज्य सरकार को इन मिसाइलों से जीएसटी के रूप में 150 से 200 करोड़ रुपये वार्षिक राजस्व प्राप्त होगा।
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ब्रह्मोस मिसाइल भारत की ताकत और आत्मनिर्भरता का सबसे बड़ा प्रमाण : राजनाथ सिंह pic.twitter.com/Do0NVs3u6i
— Deepak Yadav (@deepakhslko) October 18, 2025
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