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गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे : 22,029 किसानों को मिला 2030.29 करोड़ का मुआवजा

योगी सरकार द्वारा 172 गांवों के किसानों से किया गया करीब 1148.77 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण। पूरी तरह पारदर्शी रही भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया। किसी गांव में कोई शिकायत आई भी तो उसका संतुष्टिपूर्ण समाधान खुली सुनवाई में किया गया।

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Vivek Srivastav
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प्रतीकात्‍मक Photograph: (सोशल मीडिया)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। अपनी जमीन देकर रोड कनेक्टिविटी की शानदार परियोजना गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की परिकल्पना को साकार करने वाले किसानों को खुशहाल बनाने में योगी सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। इस परियोजना के लिए सरकार ने 22029 किसानों को 2030.29 करोड़ रुपये की धनराशि का भुगतान मुआवजा (प्रतिकर) के रूप में किया है। यही नहीं जमीन देने वाले किसानों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(CM Yogi Adityanath) गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट के शुरुआती चरण में खुद सम्मानित कर उनके योगदान की सराहना कर चुके हैं। शुक्रवार (20 जून) को जब गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण होगा तो एक बार फिर किसानों के योगदान की बरबस चर्चा होगी। 

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मुआवजा देने के लिहाज से योगी सरकार बेमिसाल

ढांचागत सुविधाओं का विकास हो या फिर औद्योगिकीकरण, जमीन सबसे पहली आवश्यकता है। इसके लिए किसान या भूमि स्वामी तभी अपनी जमीन देते हैं जब उन्हें सरकार पर विश्वास होता है और सरकार उन्हें जमीन के बदले भरपूर मुआवजा देती है। विकास कार्यों के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में पारस्परिक विश्वास और मुआवजा देने के लिहाज से योगी सरकार बेमिसाल है। खुद मुख्यमंत्री का यह स्पष्ट मानना है कि किसान अन्नदाता होने के साथ विकास कार्यों में अहम भूमिका निभाते हैं। विकास कार्यों के लिए भूमि की आवश्यकता होती है, जिसके लिए सरकार किसानों पर निर्भर रहती है। 

172 गांवों से 1148.77 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण

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गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का आज जो शानदार स्वरूप सामने आया है, वह किसानों द्वारा दी गई जमीनों से ही संभव हो पाया है। गोरखपुर से आजमगढ़ के बीच 91.35 किमी लंबे इस एक्सप्रेसवे के लिए चार जिलों गोरखपुर, संतकबीरनगर, अंबेडकरनगर और आजमगढ़ के 172 गांवों के किसानों से 1148.77 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है। किसानों को बेहद पारदर्शी प्रक्रिया के तहत डीबीटी के माध्यम से दो हजार करोड़ रुपये से अधिक का मुआवजा भुगतान किया गया है। वाकई इस परियोजना में किसानों ने खुले मन से सरकार का सहयोग किया। किसी गांव में कोई शिकायत आई भी तो उसका संतुष्टिपूर्ण समाधान खुली सुनवाई में किया गया। 

जमीन देने वाले 500 किसानों का सम्‍मान

किसानों के सहयोगी रवैये को सरकार ने हाथोंहाथ लिया और जनवरी 2020 में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य के शुरुआती चरण में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) क्षेत्र में एक समारोह आयोजित कराकर जमीन देने वाले 500 किसानों को सम्मानित कराया था। इनमें से 40 किसानों को सीएम योगी ने खुद अपने हाथों से सम्मानित किया था।

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गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे में भूमि अधिग्रहण व प्रतिकर का विवरण

-गोरखपुर के 88 ग्रामों से 570.73 हेक्टेयर भूमि लेकर 12935 किसानों को 1248.28 करोड़ रुपये का प्रतिकर भुगतान किया गया।
-संतकबीरनगर के 4 ग्रामों से 20.91 हेक्टेयर भूमि लेकर 422 किसानों को 15.26 करोड़ रुपये का प्रतिकर भुगतान किया गया।
-अंबेडकरनगर के 37 ग्रामों से 297.88 हेक्टेयर भूमि लेकर 4741 किसानों को 438.04 करोड़ रुपये का प्रतिकर भुगतान किया गया।
-आजमगढ़ के 43 ग्रामों से 259.25 हेक्टेयर भूमि लेकर 3931 किसानों को 328.71 करोड़ रुपये का प्रतिकर भुगतान किया गया।

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