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भाजपा विधायक प्रकाश द्विवेदी एसडीएम को फोन पर हड़काते Photograph: (YBN)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। यूपी के बांदा जिले से सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी फिर से एक बार सुखिर्यों में हैं। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। विधायक फोन पर बेबरू उप जिलाधिकारी रजत वर्मा को हड़काते हुए देखे जा रहे हैं। विधायक ने एसडीएम से कहते हैं कि मनमानी करोगे तो तुम्हें ठीक कर देंगे। दरअसल, पूरा मामला दिव्यांग भाजपा कार्यकर्ता राजेंद्र पांडेय के घर पर बुलडोजर चलाने का है। आरोप है कि जिला पंचायत अध्यक्ष के दबाव में कार्रवाई हुई। इससे पहले जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील सिंह पटेल ने विधायक प्रकाश चंद्र द्विवेदी और उनकी पत्नी सरिता द्विवेदी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद विवाद और अधिक गंभीर हो गया।
क्या है पूरा मामला?
एसडीएम ने चार जेसीबी से बेबरू में दृष्टिबाधिक भाजपा कार्यकर्ता का मकान गिरवा दिया। आरोप है कि यह कार्रवाई बिना किसी पूर्व नोटिस दिए की गई है। सत्ताधारी नेताओं के दबाव में बुलडोजर कार्रवाई का बड़ा मामला सामने आया। इस मामले में पीड़ित सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी के पास पहुंचा। इसके बाद शनिवार को विधायक मौके पर पहुंचे थे और वहीं से उन्होंने बबेरू एसडीएम को कॉल करके मामले में पीड़ित का पक्ष रखा।
कार्यपद्धति सुधारो, वरना नौकरी करना सिखा देंगे
वीडियो में विधायक कहते हैं कि मैं गलत आरोप नहीं लग रहा, मैं बिल्कुल सही कह रहा हूं। एक बार हम आग्रह करेंगे, अनुरोध करेंगे। इसके बाद भी अगर आप मनमानी करेंगे तो हम आकर के ठीक कर देंगे। चाहे तो लिखकर ले लो। विधायक ने कहा कि कार्यपद्धति सुधारो, वरना नौकरी करना सिखा देंगे। सरकार की मंशा और नियम-कानून के दायरे में रहकर काम करिए। जिसके इशारे पर यह कार्रवाई की है, वह भी नपेंगे। करीब साढ़े तीन मिनट का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
दिव्यांग के घर पर बिना नोटिस चला बुलडोलर
विधायक ने बिना नोटिस दिए दिव्यांग के घर पर बुलडोजर चलाने को लेकर प्रशासन पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि कार्रवाई से पहले दस्तावेजों की जांच करनी चाहिए थी। अगर जमीन सहकारिता को देनी थी तो आप कागज चेक करोगे या नहीं। अगर सहकारिता कहेगी कुएं में कूद जाओ तो आप कूद जाओगे। कागज-पत्तर भी चेक नहीं करोगे। पीड़ित के कागज हमारे पास है। उन्होंने कहा कि बिना नोटिस रातोंरात आपने घर गिरा दिया। घर गिराने से पहले सरकार की मंशा के अनुरूप पीड़ित के पुनर्वास की व्यवस्था सुनिश्चित कराई।