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निकांत और IAS अभिषेक ।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। यूपी में बड़े पैमाने पर कमीशनखोरी के आरोपों के मामले में अब आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग ने गंभीर कदम उठाया है। एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए बिचौलिए निकांत जैन को विभाग ने तलब किया है। उसके साथ उसके भाई सुकांत जैन को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। दोनों को कंपनियों से जुड़े सभी दस्तावेज, परिजन, बैंक खाते, लॉकर और निवेश संबंधी कागजात साथ लाने का निर्देश दिया गया है।
आयकर विभाग ने दोनों को भेजा नोटिस
सूत्रों के अनुसार, आयकर विभाग ने दोनों को नोटिस भेजते हुए कहा है कि वे एक सप्ताह के भीतर विभाग के कार्यालय में उपस्थित हों। विभाग निकांत और सुकांत की कंपनियों और उनके लेन-देन की जांच पिछले तीन माह से कर रहा था और अब पूछताछ के जरिए मामले के अहम तथ्यों को स्पष्ट करने का प्रयास कर रहा है।
पांच फीसदी कमीशन की मांग करने का आरोप
निकांत जैन पर आरोप है कि उसने सोलर पी-6 कंपनी से उसके प्रोजेक्ट को इन्वेस्ट यूपी से मंजूरी दिलाने के एवज में पांच फीसदी कमीशन की मांग की थी। जांच में यह भी सामने आया कि निकांत का संबंध इन्वेस्ट यूपी के तत्कालीन सीईओ अभिषेक प्रकाश से था।
IAS अभिषेक को नियुक्ति विभाग द्वारा चार्जशीट थमाई जा चुकी
इस मामले के उजागर होने के बाद मुख्यमंत्री ने अभिषेक प्रकाश को तत्काल निलंबित कर दिया था। साथ ही पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया। एसआईटी ने निकांत जैन के खिलाफ अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया है। वहीं IAS अभिषेक प्रकाश को नियुक्ति विभाग द्वारा चार्जशीट थमाई जा चुकी है।
सही से जांच हुई तो बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आ सकते है मामले
अब देखना यह है कि आयकर विभाग की जांच में निकांत और सुकांत के अलावा निलंबित IAS अभिषेक प्रकाश की भूमिका पर क्या खुलासे होते हैं। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले की फाइलें कंपनियों के लेन-देन और बिचौलियों की कमिशन खोरी के हर पहलू पर ध्यान केंद्रित करती हैं, जिससे बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के राज खुल सकते हैं।
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