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निजी अस्पताल में दो सर्जरी फेल, KGMU ने जटिल कूल्हा प्रत्यारोपण कर दिया नया जीवन

किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के डॉक्टरों ने दो बार असफल सर्जरी वाले मरीज को नई जिंदगी दी है। मरीज की दो बार कूल्हा प्रत्यारोपण की सर्जरी फेल हो चुकी थी।

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Deepak Yadav
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KGMU ने असफल सर्जरी वाले मरीज को दी नई जिंदगी Photograph: (KGMU)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) के डॉक्टरों ने दो बार असफल सर्जरी वाले मरीज को नई जिंदगी दी है। मरीज की दो बार कूल्हा प्रत्यारोपण की सर्जरी फेल हो चुकी थी। इसकी वजह से मरीज को भीषण दर्द हो रहा था। चलने-फिरने में भी दिक्कत हो रही थी। आर्थोपैडिक्स विभाग के डॉक्टरों ने जटिल कूल्हा प्रत्यारोपण करने में सफलता हासिल कर मरीज को राहत पहुंचाई।

फिसलकर गिरने से कूल्हे में फ्रैक्चर

शाहजहांपुर निवासी 50 वर्षीय पुरुष जून 2025 में फिसलकर गिर गए थे। उनकी कूल्हे की हड्डी में फ्रैक्चर हो गया था। शाहजहांपुर से निजी अस्पताल में दिखाया। डॉक्टर ने कूल्हा प्रत्यारोपण की सलाह दी। उन्होंने कूल्हा प्रत्यारोपण कराया। लेकिन प्रत्यारोपण फेल हो गया। नतीजतन मरीज को भीषण दर्द हो रहा था। चलने-फिरने में अड़चन हो रही थी। 

दूसरी सर्जरी भी फेल, इम्प्लांट खिसका

डॉक्टर ने बताया कि प्रत्यारोपण फेल हो गया। लिहाजा दोबारा सर्जरी करानी पड़ेगी। मरीज ने दोबारा कूल्हा प्रत्यारोपण कराया। दूसरी बार भी इम्प्लांट इंप्लांट अपनी जगह से खिसक गया था। सर्जरी असफल साबित हुई। जब दर्द और परेशानी असहनीय हो गई, तब परिवारीजन मरीज को लेकर केजीएमयू आए। आर्थोपैडिक्स विभाग के डॉ. नरेंद्र कुशवाहा ने मरीज को देखा। 

KGMU में ऑपरेशन सफल, मरीज फिर खड़ा होना शुरू

आर्थ्रोप्लास्टी की मदद से तीसरी बार कूल्हा प्रत्यारोपण करने का फैसला किया। डॉ. नरेंद्र की टीम ने मरीज का तीसरी बार रिवीजन टोटल हिप आर्थोप्लास्टी की। प्रत्यारोपण के बाद मरीज को दर्द से निजात मिल गई है। मरीज आराम से चलने-फिरने लगा है। 

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ऑपरेशन करने वाली टीम 

डॉ. नरेंद्र कुशवाहा, डॉ. ऐश्वर्य बघेल, डॉ. अनुराग तामरे, डॉ. वैभव पांडे, एनस्थीसिया विभाग की डॉ. हेमलता, डॉ. मेहक भसीन, डॉ. आशु।

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