लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। आपको गत बरसात में दिल्ली के वीवीआईपी इलाके में हुए जलजमाव का नाजारा तो याद ही होगा, जब सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल को अर्दली और समर्थकों ने गोद में उठाकर कार तक पहुंचाया था, पूरे देश में इस जलजमाव को लेकर सरकार की किरकिरी हुई थी। इस जलजमाव मामले में अपना लखनऊ भी दिल्ली से कम नहीं है। यहां भी विधायकों को उनके समर्थक गोद में उठाकर गाड़ी और गाड़ी से उठाकर निवास तक पहुंचाते हैं। जी, हां हम बात कर रहे पार्क रोड पर पड़ने वाले विधायक निवास और जलजमाव की।
पार्क रोड पर हर साल बारिश में जलभराव की समस्या बनी रहती है। यह क्षेत्र कालिदास मार्ग से कुछ ही दूरी पर है। यहाँ विधायक निवास और सिविल अस्पताल हैं, मगर बारिश के समय सड़क पर पानी भर जाता है। कई घंटों तक पानी रहता है, जिससे यातायात बाधित हो जाता है। इस स्थिति में, विधायक और उनके समर्थक गाड़ियों से उतरकर अंदर जाते हैं, क्योंकि सड़क पर पानी इतना अधिक हो जाता है कि गाड़ियां नहीं चल पातीं। यह समस्या बार-बार होती है, और स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है।
एक लाख लोग प्रभावित
पार्क रोड क्षेत्र में वर्षों से जलभराव की समस्या बनी हुई है। करीब एक लाख लोग प्रभावित होते हैं, खासकर जब बारिश होती है। सड़कें पानी से भर जाती हैं, जिससे आवासीय और सरकारी इलाकों में परेशानी बढ़ जाती है। विधायक और वीआईपी लोग भी इस पानी से नहीं बच पाते। उनके आवास परिसर में घुटनों से ऊपर तक पानी भर जाता है, जिससे लोग घरों में फंस जाते हैं। मुख्य मार्ग भी टापू जैसा दिखने लगता है। यह समस्या धीरे-धीरे सिविल अस्पताल तक पहुंच जाती है, जिससे अस्पताल की व्यवस्था बिगड़ जाती है। मरीजों और उनके परिजनों को भी बहुत कठिनाई होती है। नगर निगम कई सालों से इस समस्या का हल खोज रहा है, लेकिन हर साल बारिश के साथ यह फिर से शुरू हो जाती है।
स्थानीय लोगों का कहना कि बारिश के दौरान विधायक को गाड़ी से उठाकर उनके निवास तक ले जाया जाता है और निवास से उठाकर गाड़ी तक पहुंचाया जाता है। गत वर्ष बाहर पानी बहुत था और इससे बचाने के लिए ऐसा किया गया। सिविल अस्पताल में भी वीआईपी और मंत्री आते हैं, लेकिन बारिश में जलभराव की समस्या रहती है। अभी तक कोई स्थायी हल नहीं निकला है। नगर अभियंता जोन एक के किशोरी लाल ने कहा कि जलभराव की समस्या से निपटने के लिए काम तेजी से चल रहा है। पार्क रोड, चिड़ियाघर, सिविल अस्पताल और विधायक निवास के आसपास पानी जमा हो रहा है। इसे रोकने के लिए नए नाले बनाए जा रहे हैं और पानी को दूसरी जगह भेजा जा रहा है। अब तक लगभग आधा पानी डायवर्ट किया जा चुका है। बारिश के मौसम में इससे राहत मिलने की उम्मीद है।
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