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फर्जी आधार कार्ड बनाने वाला गिरफ्तार।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, गुजरात समेत विभिन्न राज्यों के 2000 से ज्यादा व्यक्तियों को आधार कार्ड बनाने का फर्जी सॉफ्टवेयर बेचकर ठगी करने वाले अभियुक्त को एसटीएफ ने बरेली से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम जयवीर गंगवार पुत्र मेवाराम निवासी ए-315-3 राजेन्द्र नगर थाना प्रेमनगर जनपद बरेली है। इसके कब्जे से एक लैपटॉप, एक मोबाइल, दो कूटरचित आधार कार्ड, चार एटीएम कम डेबिट कार्ड बरामद किया है।
अभियुक्त कम्प्यूटर साइंस से किया है बीटेक
पूछताछ में अभियुक्त जयवीर उपरोक्त ने बताया कि उसने कम्प्यूटर साइंस से बीटेक किया है। उसने नोएडा में आईटी कम्पनी में कार्य करता था, जहां से उसने आधार कार्ड बनाने का फर्जी सॉफ्टवेयर तैयार करके ठगी करने का प्लान सोचा और कम्पनी छोड़कर घर आ गया। जहों पर आधार कार्ड बनाने का फर्जी साफ्टवेयर तैयार किया। जिसे बेचने के लिए फेसबुक व व्हाट्सएप ग्रुपों में विज्ञापन शेयर करने लगा। जिससे उसके पास उक्त फर्जी सॉफ्टवेयर खरीदने के लिए व्यक्तियों के फोन आने लगे। जयवीर उपरोक्त एनीडेस्क के माध्यम से उक्त फर्जी सॉफ्टवेयर खरीदने वाले व्यक्ति के कम्प्यूटर में इन्सटॉल कर देता था व उक्त सॉफ्टवेयर के प्रयोग हेतु आईडी पासवर्ड भी देता था।
पिछले दो साल कर करता चला आ रहा यह काम
जिससे कि लोगों को ऐसा प्रतीत हो कि यह असली साफ्टवेयर है। उक्त फर्जी सॉफ्टवेयर के एवज में प्रति व्यक्ति से 1000-1500/- रुपए लेता था। जिन व्यक्तियों द्वारा उक्त फर्जी साफ्टवेयर को खरीदा जाता था, उनके कम्प्यूटर में यह साफ्टवेयर खुलता नहीं था, तो उनके द्वारा इसे फोन किया जाता था तब यह अलग-अलग बहाने बताकर और पैसो की मांग करता रहता था तथा बाद में अपना मोबाइल बन्द कर लेता था। इस प्रकार इसके उक्त फर्जी सॉफ्टवेयर अभी तक उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, गुजरात आदि राज्यों के 2,000 से ज्यादा व्यक्तियों को बेचा है। सॉफ्टवेयर का कार्य वह पिछले लगभग दो वर्ष से कर रहा है। अग्रिम जयवीर उपरोक्त के विरूद्ध थाना सुभाष नगर जनपद बरेली में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।