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केजीएमयू में फुट व वर्चुअल रियलिटी लैब शुरू Photograph: (YBN)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में राष्ट्रीय पीएमआर दिवस (8 जुलाई) के उपलक्ष्य में शनिवार को 'फुट' और 'वर्चुअल रियलिटी प्रयोशाला' का शुभारंभ किया गया। कुलपति प्रो सोनिया नित्यानंद ने इन आधुनिक प्रयोगशालाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि इस पहल से दिव्यांग मरीजों की चलने फिरने की क्षमता में सुधार होगा। आधुनिक तकनीकों उनके इलाज में मदद मिलेगी। कुलपति ने कहा कि संस्थान के पीएमआर विभाग में दिव्यांग मरीजों की सुविधा के लिए और आधुनिक उपकरण स्थापित किए जायेंगे। उन्होंने विभाग में कृत्रिम अंग वर्कशाप और आक्युपेशनल थेरेपी की मशीनों को दिव्यांग मरीजों के इलाज के लिए समर्पित किया।
रिहैबिलिटेशन का सकारात्मक प्रभाव
विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार गुप्ता ने कहा कि पीएमआर दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोंगों को शारीरिक चिकित्सा और पुर्नवास के महत्व के बारे में जागरूक करना है। यह दिन शारीरिक अक्षमताओं, बीमारियों या चोटों से पीड़ित लोगों के लिये कार्यक्षमता और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक नई आशा जगाता है। प्रोफेसर दिलीप कुमार ने कहा फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन एक चिकित्सा विशेषता है। जो शारीरिक अक्षमता से पीड़ित व्यक्तियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने पर केन्द्रित है।
पोस्टर प्रेजेंटेशन प्रतियोगिता अंकिता ने मारी बाजी
पीएमआर डे पर पोस्टर प्रेजेंटेशन प्रतियोगिता हुई। इसमें एमबीबीएस, पैरामीडिकल छात्रों और नर्सिंग ऑफिसर्स समेत 51 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में नर्सिंग ऑफिसर अंकिता गुप्ता अव्वल रहीं। जबकि एमबीबीएस छात्र करन दूसरे और डीपीटी छात्र अमन तीसरा स्थान प्राप्त किया। तीनों विजेताओं को कुलपति ने पुरस्कृत किया। इस दौरान डॉ. रत्नेश कुमार, डॉ. वीएस गोगिया, डॉॅ. सुधीर मिश्रा, डॉ. गणेश यादव, डॉ. ओसामा नियाज, डॉ. संदीप गुप्त, डॉ. मोहित किशोर श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
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