/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/14/protest-2025-07-14-17-12-43.jpg)
नगर निगम मुख्यालय में प्रदर्शन करते पार्षद Photograph: (YBN)
लखनऊ वाईबीएन संवाददाता।ठाकुरगंज हादसे में स्थानीय पार्षद सीबी सिंह पर एफआईआर दर्ज कराए जाने के विरोध में सोमवार को पार्षदों ने निगम निगम मुख्यालय में प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कई बार शिकायत करने के बाद भी नगर आयुक्त ने ध्यान नहीं दिया, जिससे युवक की नाले में गिरकर मौत हो गई। उन्होंने कहा कि नाले की सफाई, मरम्मत और उसे ढकने की जिम्मेदारी सीधे तौर पर नगर निगम प्रशासन की है।
पार्षदों ने आंदोलन की दी चेतावनी
मुख्यालय में हंगाम बढ़ने पर महापौर सुषमा खर्कवाल मौके पर पहुंचीं और नाराज पार्षदों को बातचीत का आश्वासन देते हुए धरना खत्म करने की अपील की। उन्होंने एफआईआर वापस लिए जाने का भरोसा दिलाया और सभी को वार्ता के लिए अपने कार्यालय ले गईं। पार्षदों ने एफआईआर को राजनीति से प्रेरित बताते हुए तत्काल निरस्त करने की मांग की। बातचीत के बाद भी पार्षदों का रुख सख्त बना रहा और उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस तरह जनप्रतिनिधियों को निशाना बनाया गया, तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
ये है पूरा मामला
ठाकुरगंज इलाके में मल्लाही टोला प्रथम वार्ड में मंजू टंडन ढाल के पास शनिवार को जलभराव के कारण खुले नाले में गिरने से सुरेश (40) की मौत हो गई थी। रविवार को सुबह करीब 11 बजे घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर दूर नाले में उसका शव मिला। इस ममले में मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाते हुए जूनियर इंजीनियर (जेई) को तत्काल निलंबित, असिस्टेंट इंजीनियर (एई) को कारण बताओ नोटिस जारी करने और मृतक युवक के परिवार को 9 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का निर्देश दिए। इस मामले में मृतक की पत्नी के बाद नगर निगम की ओर से भी पार्षद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
यह भी पढ़ें- बिजली दरों में प्रस्तावित बढ़ोतरी से व्यापारी नाराज, रक्षा मंत्री से हस्तेक्षप की मांग
Thakur Incident | Protest | Parshad | Nagar Nigam