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Lucknow News : पैसे लेकर भी दारोगा जी ने नहीं किया काम, तो युवक ने रखवा ली उनकी बाइक

सीतापुर जिले के रेउसा थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने पंचायत में पहुंचे दारोगा श्रीनिवास पांडेय की बाइक यह कहकर रोक ली कि पहले रिश्वत में लिए 15 हजार रुपये लौटाओ, तभी बाइक मिलेगी।

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Abhishek Mishra
The youth kept the inspector bike on the charge of bribe

दारोगा से पैसो के लिए बहस करता युवक

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लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में एक व्यक्ति ने रिश्वत के लेनदेन को लेकर पंचायत में पहुंचे दरोगा की बाइक रोक ली। युवक ने आरोप लगाया कि दारोगा ने उससे पैसे लिए थे, लेकिन काम नहीं किया। जब तक रुपये वापस नहीं मिलते, वह बाइक नहीं लौटाएगा। इस दौरान दोनों के बीच पंचायत स्थल पर कहासुनी हो गई, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। हालांकि, लोगों के हस्तक्षेप के बाद युवक ने बाइक वापस कर दी।

एक्सीडेंट के बाद दरोगा ने मांगी थी रिश्वत

पूरा मामला रेउसा थाना क्षेत्र का है। दीपक मिश्रा नाम के व्यक्ति ने बताया कि कुछ दिन पहले वह अपने ट्रैक्टर-ट्राली से कहीं जा रहे थे। तंबौर थाना क्षेत्र में जय हिंद भट्ठे के पास एक अज्ञात पिकअप वाहन ने पीछे से उनकी ट्राली में टक्कर मार दी। हादसे के बाद मौके पर पहुंचे दारोगा श्रीनिवास पांडेय ने उनका वाहन थाने भिजवा दिया और बाद में थाने में पंचायत बुलाई गई। दीपक के मुताबिक, दारोगा ने किसी भी कार्रवाई से बचने के एवज में 25 हजार रुपये की मांग की। मजबूरी में उन्होंने 15 हजार रुपये दे दिए, लेकिन दारोगा ने बाद में और रुपये मांगे। दारोगा का कहना था कि पिकअप को ज्यादा नुकसान हुआ है और 40 प्रतिशत मरम्मत खर्च दीपक को देना होगा। गुरुवार को दारोगा श्रीनिवास किसी अन्य मामले में गांव की पंचायत में शामिल होने पहुंचे थे। इसी दौरान दीपक ने दारोगा की बाइक रोक ली और कहा कि पहले 15 हजार रुपये वापस करो फिर बाइक लेकर जाना। इस बात को लेकर दोनों में जमकर बहस हुई।

जब कानून ही लूट रहा हो तो इंसाफ कौन देगा

विवाद के दौरान मौके पर मौजूद एक शख्स ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया, जिसमें एक अन्य व्यक्ति को यह कहते सुना गया कि “जब कानून ही लूट रहा है तो कार्रवाई किसके खिलाफ होगी। काफी देर तक चले इस हंगामे के बाद वहां मौजूद लोगों ने बीच-बचाव किया, तब जाकर मामला शांत हुआ। बाद में दीपक मिश्रा ने दारोगा को उनकी बाइक लौटा दी। वहीं, वीडियो के वायरल होने से विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

आरोपों को सिरे से किया खारिज 

सीतापुर पुलिस विभाग ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। सीतापुर पुलिस के मुताबिक, मामला दरअसल थाना तंबौर क्षेत्र में रात्रि के समय हुए एक सड़क हादसे से जुड़ा है। हादसे में दोनों पक्षों के वाहन क्षतिग्रस्त हुए थे और थाने में दोनों पक्षों की सहमति से एक सुलहनामा लिखित रूप में तैयार किया गया था।

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शराब के नशे में दारोगा पर झूठा आरोप 

पुलिस का कहना है कि सुलहनामे के अनुसार, पीड़ित पक्ष अपने वाहन की मरम्मत खुद कराएगा और इंश्योरेंस क्लेम के बाद बची हुई मरम्मत राशि दोनों पक्ष साझा करेंगे। सीतापुर पुलिस ने यह भी दावा किया कि वीडियो में जो व्यक्ति आरोप लगा रहा है, उसने लोगों के बहकावे और शराब के नशे में दारोगा पर झूठा आरोप लगाया है। मामले की जांच क्षेत्राधिकारी लहरपुर द्वारा कराई गई, जिसमें वीडियो में लगाए गए आरोपों की पुष्टि नहीं हुई है और दारोगा श्रीनिवास पांडेय को दोषमुक्त बताया गया है।

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