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लखनऊ में कांग्रेसी नेताओं का कैंडल मार्च Photograph: (YBN)
उत्तर प्रदेश में जातिय राजनीति हावी है। एक तरफ जहां योगी सरकार ने वाल्मीकि जयंती पर अवकाश घोषित कर अपने आपको वाल्मीकि समाज का हितैषी जताने की कोशिश की है वहीं कांग्रेस ने इसी समाज के एक युवक की हत्या पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। वाल्मीकि समाज के मुद्दों पर अब कांग्रेस और भाजपा आमने सामने है।
लखनऊ में सड़क पर उतरे कांग्रेसी नेता
उत्तर प्रदेश के रायबरेली में जनपद फतेहपुर निवासी हरिओम वाल्मीकि की गुंडों द्वारा पीट-पीट कर हत्या कर दिये जाने पर उनकी आत्मा की शांति और परिवारजनों को न्याय दिलाने के लिए आज महर्षि वाल्मीकि की जयंती के अवसर पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर प्रदेश के सभी जनपदों में कैंडल मार्च निकाला गया। इसी के तहत आज राजधानी में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव अविनाश पाण्डेय के नेतृत्व में सड़क पर उतरकर कांग्रेस ने कैंडल मार्च निकाला।
सड़क से सदन तक उठेगा मुद्दा
इस मौके पर मीडिया से अपनी बात रखते हुए कांग्रेस महासचिव अविनाश पाण्डेय ने कहा कि हरिओम वाल्मीकि जी की हत्या न केवल एक व्यक्ति पर हमला है, बल्कि एक वर्ग विशेष के प्रति असमानता और अन्याय के प्रति गंभीर संकेत है। कांग्रेस पार्टी ऐसी घटनाओं की कड़ी निंदा करती। कांग्रेस पार्टी हमेशा से ही समाज के सभी वर्गों का सम्मान करती रही है और इसके खिलाफ सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने तक शांत नहीं बैठेगी।
दलितों के मुद्दे पर कांग्रेस करती संघर्ष
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाए और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान किया जाए। अजय राय ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से ही दलितों के मुद्दों पर संघर्ष करती आई है। कांग्रेस ने हमेशा से ही दलित समाज के सम्मान और सुरक्षा के मुद्दे पर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया और न कभी करेगी। हरिओम बाल्मीकि को न्याय दिलाने की इस लड़ाई को आगे भी मजबूती से लडे़गी।
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