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रायबरेली में RTO वसूली रैकेट का खुलासा
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने रायबरेली में परिवहन विभाग से जुड़ी बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध वसूली रैकेट का पर्दाफाश किया है। फतेहपुर मार्ग से रायबरेली में प्रवेश करने वाले वाहनों से वसूली के मामले में एसटीएफ ने परिवहन विभाग की दलाली करने वाले मोहित और उसके अयोध्या निवासी साथी को गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ की कार्रवाई के बाद परिवहन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। इस पूरे मामले में एआरटीओ प्रवर्तन अंबुज और पीटीओ रेहाना बानो समेत 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
ट्रक से वसूले जा रहे थे 5,000 से 6,000
सूत्रों के अनुसार, फतेहपुर से रायबरेली की सीमा में प्रवेश करने वाले भारी वाहनों से अवैध वसूली की जा रही थी। इस वसूली में परिवहन विभाग के कुछ अधिकारी और उनके संरक्षण में काम करने वाले स्थानीय दलाल सक्रिय थे। प्रत्येक ट्रक से 5,000 से 6,000 तक की रकम वाहन चेकिंग अभियान के नाम पर ली जाती थी। आरोप है कि इस रकम का हिस्सा सीधे विभागीय अधिकारियों तक पहुंचाया जाता था।
एसटीएफ की छापेमारी और गिरफ्तारी
एसटीएफ लखनऊ की टीम को लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि रायबरेली में परिवहन विभाग से जुड़े कुछ दलाल वाहनों से अवैध वसूली कर रहे हैं। मुख्यालय से निर्देश मिलने पर एसटीएफ ने छापेमारी की और दलाल मोहित तथा अयोध्या निवासी उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि वे एआरटीओ प्रवर्तन अंबुज और पीटीओ रेहाना बानो के इशारे पर काम करते थे और एकत्र की गई रकम का बड़ा हिस्सा अधिकारियों को सौंपा जाता था।
इनके खिलाफ दर्ज कराया गया है मुकदमा
एसटीएफ के उपनिरीक्षक अमित कुमार तिवारी की तरफ से रायबरेली के लालगंज कोतवाली क्षेत्र के अंबारा पश्चिम मोहित सिंह, अयोध्या जिले के बेजू पुरवा टिहुरा निवासी ट्रक चालक सुनील यादव, एआरटीओ प्रवर्तन फतेहपुर पुष्पांजली, उनके चालक सिकंदर, यात्रीकर अधिकारी (पीटीओ) फतेहपुर अखिलेश चतुर्वेदी, उनके चालक अशोक तिवारी, एआरटीओ प्रवर्तन रायबरेली अंबुज, उनका दीवान नौशाद, पीटीओ रायबरेली रेहाना, उनका चालक सुशील और मिथुन के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है।
यह नेटवर्क प्रदेश के कई जिलों में सक्रिय था
एसटीएफ सूत्रों के अनुसार, अयोध्या से एक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। जांच से यह भी पता चला है कि यह नेटवर्क प्रदेश के कई जिलों में सक्रिय था अधिकारी और दलाल मिलकर ट्रक चालकों से “चेकिंग” और “फाइल क्लियरेंस” के नाम पर मोटी रकम वसूलते थे। एसटीएफ अब इस मामले में धन के लेनदेन और बैंक खातों की जांच कर रही है।
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