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जुआ खेलते गिरफ्तार ।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। राजधानी में मड़ियांव थाना अंतर्गत प्रेमनगर काकोली गांव में शनिवार देर रात को जुआ खेलते आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार जुआरियाें में एक सपा नेता भी शामिल हैं। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की है।
पुलिस चौकी प्रभारी को गश्त के दौरान जुआ खेलने की मिली सूचना
थाना प्रभारी शिवानंद मिश्रा ने रविवार को बताया कि उपनिरीक्षक नितिन कुमार पुलिस टीम के साथ नौबास्ता पुलिस चौकी के खुदान की ओर गश्त पर थे। इस दौरान सूचना मिली कि कुछ लोग प्रेमनगर के काकौली में खाली खेत पर बनी टट्टर की बनी एक झोपड़ी में जुआ खेल रहे हैं। पुलिस टीम ने माैके पर पहुंचकर घेराबंदी करते सभी आराेपिताें काे पकड़ लिया। पुलिस ने जुए की फड़ से ताश की गड्डी 19,220 रुपये बरामद किए हैं।
एक अभियुक्त पार्षद का लड़ चुका है चुनाव
पकड़े गए जुआरियाें में नौबस्ता निवासी उत्तम दीक्षित, मड़ियाव का बलजीत सिंह, अरविंद जायसवाल, गोपी सिंह, सरबजीत यादव, मनीष कुमार, अमर सिंह और बच्चा यादव हैं। इनमें सरबजीत यादव एक राजनीतिक पार्टी से जुड़ा हुआ है। वह फैजुल्लागंज वार्ड से पार्षद का चुनाव भी लड़ चुका है और उस पर कई गंभीर आरोप भी लग चुके हैं। पुलिस का कहना है कि छापे में मौके से कई अनैतिक गतिविधियों की भी जानकारी हाथ लगी है, जिसकी जांच की जा रही है।
जीशान खान को पुलिस चौकी में रातभर रोका, नेताओं के हस्तक्षेप के बाद छोड़ाLucknow Crime: सत्खंडा क्षेत्र में बीती रात एक मामूली विवाद ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी। स्थानीय बीजेपी नेता जीशान खान को विवाद के चलते सत्खंडा पुलिस चौकी में रोक लिया गया और उन्हें रातभर वहां बैठाया गया। मामले की गंभीरता बढ़ने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई।सूत्रों के अनुसार, डिप्टी मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और दिनेश शर्मा ने व्यक्तिगत रूप से घटना की जानकारी ली और पुलिस प्रशासन से संपर्क किया। लगातार फोन कॉल के बाद ही पुलिस ने जीशान खान को चौकी से छोड़ानेताओं के हस्तक्षेप और लगातार फोन कॉल के बाद ही पुलिस ने जीशान खान को चौकी से छोड़ा।स्थानीय लोगों के अनुसार, यह मामूली विवाद था, लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप ने इसे सुर्खियों में ला दिया। बीजेपी नेताओं का कहना है कि किसी भी नेता के साथ अनुचित व्यवहार स्वीकार्य नहीं है और पार्टी अपने नेताओं के सुरक्षा और सम्मान के लिए हमेशा सतर्क रहती है। फिलहाल विवाद के कारणों पर पुलिस कोई टिप्पणी नहीं की। |
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