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ब्राउन शुगर के साथ तस्कर गिरफ्तार
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक तस्कर को 3.440 किलोग्राम अवैध ब्राउन शुगर के साथ गिरफ्तार किया है। बरामद नशीले पदार्थ की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 3.5 करोड़ रुपये बताई जा रही है। यह गिरफ्तारी बहराइच जनपद के बरूआ मोड़ तिराहे, लखनऊ-नानपारा बाईपास पर शुक्रवार सुबह की गई।गिरफ्तार तस्कर की पहचान सोनू अहमद पुत्र मकबूल अहमद, निवासी मोहल्ला कहारनटोला, थाना नानपारा, बहराइच के रूप में हुई है।
मौके से 3.440 किलो ब्राउन शुगर व कार किया बरामद
एसटीएफ लखनऊ के अपर पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह के पर्यवेक्षण में चलाए जा रहे अभियान के दौरान उपनिरीक्षक अमित कुमार तिवारी के नेतृत्व में टीम को सूचना मिली थी कि लखनऊ से एक व्यक्ति स्विफ्ट कार द्वारा ब्राउन शुगर लेकर बहराइच आने वाला है। मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ टीम ने तत्काल छापा मारकर आरोपी को धर दबोचा। मौके से 3.440 किलो ब्राउन शुगर, एक स्विफ्ट कार (नं० यूपी 32 एनपी 8415), दो मोबाइल फोन, एक इलेक्ट्रॉनिक तराजू और 750 रुपये नकद बरामद हुए।
बादाम नामक महिला से ब्राउन शुगर खरीदता था
पूछताछ में सोनू अहमद ने खुलासा किया कि वह लखनऊ के खदरा क्षेत्र में रहने वाली ‘बादाम’ नामक महिला से ब्राउन शुगर खरीदता था। इसके बाद वह नशे की इस घातक खेप को बहराइच और नेपाल सीमा के आसपास के इलाकों में थोक में सप्लाई करता था। आरोपी ने बताया कि वह पिछले एक वर्ष से यह काम कर रहा है और अब तक लगभग 100 किलो से अधिक ब्राउन शुगर की आपूर्ति कर चुका है।एसटीएफ ने बताया कि तस्कर का नेटवर्क अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक फैला है, जो नेपाल सीमा के पार तक सक्रिय था। गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ थाना कोतवाली देहात, बहराइच में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।
नकली डीएपी उर्वरक बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार
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Crime News:उत्तर प्रदेश एसटीएफ को एक बड़ी सफलता मिली है। टीम ने जन उर्वरक परियोजना भारत (डीएपी) और इंडियन पोटाश लिमिटेड के नाम पर किसानों को नकली उर्वरक बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में गिरोह का सरगना राहुल सिंघल समेत दो अन्य सहयोगी शामिल हैं। उनके कब्जे से भारी मात्रा में नकली खाद और पैकिंग सामग्री बरामद हुई है। पिछले कई महीनों से तैयार कर रहा था नकली डीएपीएसटीएफ के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में राहुल सिंघल निवासी गाजियाबाद, सुभाष सिंह निवासी मथुरा और जगन सिंह निवासी आगरा शामिल हैं। मुख्य सरगना राहुल सिंघल ने स्वीकार किया कि वह पिछले कई महीनों से नकली डीएपी उर्वरक तैयार कर उसे उत्तर प्रदेश, राजस्थान और अन्य राज्यों के किसानों को बेचता था। एसटीएफ ने यह सामान किया बरामद500 बोरी संदिग्ध उर्वरक, 35 बैग भारत डीएपी (आईपीएल कंपनी मार्का), 450 बैग विराट भूमि शक्ति मार्का, 550 बिना मार्का बैग, एक ट्रक (आरजे-05 जीबी-6212), एक बोलेरो (यूपी-85 सीएन-7497), एक पैकिंग सिलाई मशीन, 1200 खाली डीएपी बैग, 1000 सादे बैग और 50 रील धागे की बरामद हुई हैं।यह कार्रवाई एसटीएफ फील्ड इकाई आगरा के अपर पुलिस अधीक्षक राकेश के पर्यवेक्षण में की गई। टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि नकली उर्वरक से भरा ट्रक मथुरा की ओर जा रहा है। टीम ने जिला कृषि अधिकारी मथुरा को साथ लेकर तारसी चौराहा (थाना हाईवे) पर ट्रक को रोका। पूछताछ में ट्रक चालक जगन सिंह और स्थानीय व्यापारी सुभाष सिंह के जरिए एसटीएफ ने सरगना राहुल सिंघल तक पहुंच बनाई। नकली उर्वरक और पैकिंग सामग्री जब्त कर सैंपल जांच को भेजाबाद में एसटीएफ और जिला कृषि अधिकारी गाजियाबाद की संयुक्त टीम ने मुरादनगर स्थित अवैध उर्वरक निर्माण परिसर पर छापा मारकर राहुल सिंघल को गिरफ्तार किया। मौके से नकली उर्वरक और पैकिंग सामग्री जब्त कर सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ थाना हाईवे मथुरा व थाना मुरादनगर गाजियाबाद में आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मुकदमे दर्ज किए गए हैं। |
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