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गोरखपुर हत्याकांड में STF की बड़ी कार्रवाई, रामपुर में मुठभेड़ में ढेर हुआ 1 लाख का इनामी अपराधी कालिया

गोरखपुर हत्याकांड के मुख्य आरोपी और 1 लाख का इनामी अपराधी जुबैर उर्फ कालिया को एसटीएफ की मुठभेड़ में गोली लगी और उसकी मौत हो गई। मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए। जुबैर पर हत्या, गैंगस्टर एक्ट और पशु क्रूरता जैसे कई गंभीर मामले दर्ज थे।

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Shishir Patel
STF action

इनामी अपराधी कालिया का फाइल फोटो।

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। गोरखपुर में पशु तस्करों द्वारा दीपक गुप्ता की हत्या के मुख्य आरोपी जुबैर उर्फ कालिया को उत्तर प्रदेश STF ने रामपुर में मुठभेड़ में पकड़ने की कोशिश की। इस मुठभेड़ में जुबैर को गोली लगी, जिससे उसकी मौत हो गई। यह गोरखपुर में NEET छात्र की हत्या करने के बाद फरार चल रहा था। इसकी तलाश में काफी दिनों से एसटीएफ लगी हुई थी। 

पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो शुरू कर दी फायरिंग 

पुलिस के अनुसार, रामपुर के थाना गंज क्षेत्र में चाकू चौक से मंडी जाने वाले रास्ते पर आरोपी को रोकने का प्रयास किया गया। इस दौरान जुबैर ने पुलिस के साथ मुठभेड़ की। मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी, उ.नि. राहुल जादौन और आरक्षी संदीप कुमार, भी घायल हुए। गोरखपुर डीआईजी शिवसिंपी चनप्पा ने जुबैर के मारे जाने की पुष्टि की है। कालिया के खिलाफ कुल 18 मुकदमा दर्ज हैं। इनमें रामपुर में 14, गोंडा और बलरामपुर में एक-एक और गोरखपुर में दो केस शामिल है।

रामपुर का रहने वाला था कालिया 

जुबैर पर हत्या, धोखाधड़ी, गैंगस्टर एक्ट और पशु क्रूरता सहित कई गंभीर मामले दर्ज हैं। पुलिस बल और क्षेत्राधिकारी नगर मौके पर मौजूद रहे।घायल कालिया को अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कालिया पुत्र फिसासत उर्फ नौरंगी रामपुर के थाना कोतवाली मोहल्ला घेर मर्दान खां का रहने वाला था। इसके चार भाई और तीन बहने हैं।

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