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जाम की जद में कमता और कैसरबाग चौराहा।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। त्योहारी सीजन में राजधानी के बाजार इन दिनों रौनक से गुलजार हैं। यहीं वजह है कि अमीनाबाद, हजरतगंज, भूतनाथ, गोमतीनगर, कैसरबाग और चौक जैसे प्रमुख बाजारों में शाम होते ही खरीदारी के लिए उमड़ रही भीड़ ने बाजारों की रौनक बढ़ा दी है। दीपावली, छठ और शादियों के सीजन को देखते हुए दुकानों पर कपड़ों, इलेक्ट्रॉनिक्स, मिठाइयों और सजावटी सामान की बिक्री तेजी पर है। इसी के चलते इन दिनों जाम की समस्या आम हो गई है।
शहर की यातायात व्यवस्था हुई बेपटरी
जानकारी के लिए बता दें कि खरीदारी को बाजार में निकल रही भारी भीड़ के चलते शहर की यातायात पटरी से उतर गई है। जाम की सबसे खराब दशा हजरतगंज और कैसरबाग चौराहों पर शाम ढलते ही लंबा जाम लग जाता है। देर रात तक चल रही खरीदारी के कारण वाहनों की कतारें लग रही हैं, जिससे दफ्तर से लौट रहे लोगों और खरीदारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।इसके बाद इसे अभी पुलिस और यातायात विभाग द्वारा गंभीरता पूर्वक से नहीं लिया जा रहा है।
वाहनों की भीड़ के दवाब के आगे सारी व्यवस्था नाकाफी
ट्रैफिक पुलिस ने भीड़भाड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती की है, लेकिन बढ़ती भीड़ के सामने व्यवस्थाएं नाकाफी साबित हो रही हैं। लगातार बढ़ते यातायात दबाव के चलते कई मार्गों पर वाहन रेंग-रेंग कर चलते देखा जा सकता है। ऐसे में बाजार जाने के बाद लोगों के समय की बर्बादी के साथ -साथ जाम से जूझना पड़ा रहा। ऐसे में त्योहार के आसपास यही हाल रहा तो फिर हजरतगंज, कैसरबाग, अमीनाबाद जाना मुश्किल हो जाएगा। यातायात और पुलिस विभाग को मिलकर इस पर ठोर प्लान बनाने की जरूरत है। ताकि बाजार आने के बाद लोगों को जाम की समस्या से न जूझना पड़े।
कमता पर जाम समस्या हुई आम
अयोध्या रोड पर इन दिनों सबसे ज्यादा जाम की समस्या कमता पर देखा जा सकता है। यहां से सुबह आठ बजे के बाद और शाम को भीषण जाम लगता है। वाहन रेंग-रेंगकर यहां से निकलते है। ऐसे में सुबह स्कूल और आफिस आने जाने वाले बच्चों व सरकारी कर्मचारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद भी इस तरह तनिक भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
वीआईपी कार्यक्रम को लेकर यातायात व्यवस्था में बदलाव, जानें रूट डायवर्जन
पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सभागार, इंजीनियरिंग कॉलेज (आईईटी), जानकीपुरम में आज को होने वाले वीआईपी कार्यक्रम के चलते यातायात पुलिस ने विशेष डाइवर्जन योजना लागू की है। यह व्यवस्था दोपहर 2 बजे से कार्यक्रम की समाप्ति तक लागू रहेगी।यातायात पुलिस के अनुसार, सीतापुर से आने वाले वाहन जिन्हें कुर्सी रोड, टेढ़ी पुलिया या फैजाबाद की ओर जाना है, उन्हें भिटौली क्रॉसिंग से अंदर जानकीपुरम होकर अपने गंतव्य की ओर भेजा जाएगा।
जाम व भीड़ भाड़ से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गो का करे उपयोग
यातायात विभाग ने अपील की है कि लोग निर्धारित मार्गों का ही उपयोग करें और अनावश्यक रूप से कार्यक्रम स्थल के आसपास न रुकें। अधिकारियों का कहना है कि डाइवर्जन से यातायात सुचारू रखने और वीआईपी मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाएं की गई हैं। शहर के अन्य हिस्सों में भीड़भाड़ और जाम से बचने के लिए वाहन चालकों को वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी गई है।
जाम और सड़क हादसों पर नियंत्रण के लिए 16 नए ट्रैफिक थाने बनाने का प्रस्ताव
राजधानी की सड़कों पर जाम और सड़क हादसों की बढ़ती समस्या को देखते हुए यातायात पुलिस ने शहर में 16 नए ट्रैफिक थाने बनाने का प्रस्ताव तैयार कर यातायात निदेशालय को भेजा है। प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद निर्माण और संचालन की प्रक्रिया शुरू होगी।
इन हाईवे पर हादसे और जाम की अधिक रहती है संभावना
प्रस्ताव के अनुसार, नए ट्रैफिक थाने उन रूटों पर स्थापित किए जाएंगे जहां दुर्घटनाएं अधिक होती हैं और जाम की समस्या रहती है। इसके साथ ही, आगरा एक्सप्रेसवे, कानपुर हाईवे, सुल्तानपुर हाईवे, अयोध्या, रायबरेली और सीतापुर हाईवे पर थाने बनाने को प्राथमिकता दी जाएगी, क्योंकि इन हाईवे पर हादसे और जाम की संभावना अधिक रहती है।
नए ट्रैफिक थाने बनने के बाद उनका मुख्य काम यातायात नियंत्रण होगा
लखनऊ में वर्तमान में ट्रैफिक पुलिस विंग ही यातायात व्यवस्था नियंत्रित करती है, जिसमें थानों की मदद होती है, लेकिन पुलिसकर्मियों की संख्या मानक के अनुसार कम है। नए ट्रैफिक थाने बनने के बाद उनका मुख्य काम यातायात नियंत्रण होगा और पुलिस की संख्या भी बढ़ेगी। इससे न केवल शहर के भीतर ट्रैफिक नियंत्रित होगा, बल्कि हाईवे पर हादसों पर भी तेजी से नियंत्रण पाया जा सकेगा और पुलिस की तत्काल पहुंच सुनिश्चित होगी।
यातायात निदेशालय के निर्देश पर टीम ने विस्तृत आंकलन किया
डीसीपी ट्रैफिक कमलेश कुमार दीक्षित ने बताया कि यातायात निदेशालय के निर्देश पर टीम ने विस्तृत आंकलन किया। इसके आधार पर शहर में 16 ट्रैफिक थानों की जरूरत पाई गई और प्रस्ताव भेजा गया है। अब निदेशालय इस पर आगे की प्रक्रिया शुरू करेगा।
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