लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। वाराणसी में दर्दनाक सड़क हादसे में जान गंवाने वाले दंपति का शनिवार को गांव के गोमती नदी तट पर एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। एक ही चिता पर पति-पत्नी के शवों को जलते देख हर किसी की आंखें नम हो गईं। दंपति की एक साथ हुई विदाई ने गांव के माहौल को पूरी तरह गमगीन बना दिया।
गर्भवती पत्नी और उनके पति हो गए थे हादसे के शिकार
गांव मोजीपुर निवासी रवींद्र यादव (32) और उनकी गर्भवती पत्नी रानी यादव (28) शुक्रवार को हादसे का शिकार हो गए थे। रवींद्र तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। वे कानपुर में एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में प्राइवेट नौकरी करते थे। बीते गुरुवार को वह घर लौटे थे। शुक्रवार सुबह वे अपनी पत्नी रानी के साथ अपने चचेरे भाई की बीमार बेटी को देखने अस्पताल गए थे। लौटते समय दंपति वाराणसी दर्शन को निकल गए।
पिता की पीड़ा काे देखकर रो उठे लोग
शाम को हरहुआ बाजार के पास उनकी बाइक को एक तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी, जिससे मौके पर ही दोनों की मौत हो गई। हादसे के समय रानी सात माह की गर्भवती थीं।शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद दोनों शव गांव लाए गए, जहां गोमती नदी तट पर एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। पुत्र और बहू को एक साथ मुखाग्नि देते पिता की पीड़ा देख हर कोई रो पड़ा। गांव में मातम का माहौल है।
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