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मुठभेड़ के दौरान एसपी देहात अनुज चौधरी।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। यूपी के फिरोजाबाद में रविवार रात पुलिस ने दो करोड़ की लूट के मास्टरमाइंड नरेश को मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस अभिरक्षा से फरार होने के बाद वह मक्खनपुर बाईपास पर होटल डीएमआर के पास छिपा हुआ था। रात करीब आठ बजे हुई मुठभेड़ के दौरान उसने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। इस दौरान थाना रामगढ़ के इंस्पेक्टर संजीव दुबे के दाहिने हाथ में गोली लगी, जबकि एसपी देहात अनुज चौधरी की बुलेटप्रूफ जैकेट पर गोली लगी लेकिन वे बाल-बाल बच गए। डीआईजी आगरा शैलेश पांडेय ने बहादुरी दिखाने वाली पुलिस टीम को 50 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की।
अनुज चौधरी हाल ही में संभल से तबादला होकर फिरोजाबाद आए
अनुज चौधरी हाल ही में संभल से तबादला होकर फिरोजाबाद आए हैं। पेशेवर रेसलर और अर्जुन अवार्ड से सम्मानित चौधरी की बहादुरी ने टीम का मनोबल बढ़ाया। घटना के दौरान गोली जैकेट में फंस गई, जिससे उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं आई।पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ था कि 30 सितंबर की वारदात के दौरान नरेश ने अपने ही गिरोह को धोखा दिया था।
मुठभेड के दौरान 50 हजार रूपये का इनामियां फरार लुटेरा नरेश फायरिंग के फलस्वरूप घायल, जिसको उपचार हेतु अस्पताल भिजवाया गया जहाँ चिकित्सकों द्वारा नरेश को मृत घोषित कर दिया गया। पूरी घटना की जानकारी देते एसएसपी । pic.twitter.com/6CA8240j9g
— shishir patel (@shishir16958231) October 6, 2025
पुलिस को झांसा देकर भाग निकला था नरेश
एसएसपी ने बताया कि गिरोह के छह सदस्य मिलकर जीके कंपनी की कार से करीब सवा करोड़ रुपये लूटकर भागे थे, लेकिन नरेश को शक था कि कार में और रकम छिपी है। उसने अपहृत ड्राइवर दानजी पटेल को धमकाकर गाड़ी के गुप्त हिस्से की जानकारी ली और वहां से करीब 90 लाख रुपये अकेले निकाल लिए।फरारी के दौरान नरेश ने पुलिस को बरामदगी के बहाने मक्खनपुर ले जाते वक्त झांसा देकर भाग निकला था। दिनभर चली तलाश के बाद रात को पुलिस ने उसे घेर लिया। मुठभेड़ में अंततः वह ढेर कर दिया गया।
आईफोन और बाइक की रसीद बरामद
गौरतलब है कि 30 सितंबर को कानपुर-आगरा नेशनल हाईवे पर कैश ट्रांजेक्शन कंपनी के कर्मियों से दो करोड़ रुपये की लूट और ड्राइवर के अपहरण की घटना ने पूरे प्रदेश में सनसनी फैला दी थी। शनिवार को पुलिस ने नरेश समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार कर 1.05 करोड़ रुपये, लूट के पैसों से खरीदा गया आईफोन और बाइक की रसीद बरामद की थी।नरेश की मौत के साथ ही पुलिस ने न केवल फरार अपराधी को ढेर कर दिया बल्कि गिरोह की लूट की गुत्थी भी सुलझा ली।
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