लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।राजधानी के बीबीडी थानाक्षेत्र में किशोरी को छत से फेंकने के मामले में अभी तक बयान नहीं हो सका है। जिसकी वजह से अन्य आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है। किशोरी अस्पताल में भर्ती है। इस मामले में आरोपी सिपाही पहले जेल जा चुका है। अभी इस मामले में महिला सिपाही और उसके भाई पर कार्रवाई होनी बाकी है। मजिस्ट्रेटी बयान होने के बाद ही पुलिस की आगे की कार्रवाई बढ़ेगी ।
नौ जून को सिपाही ने किशोरी को छत से फेंक दिया था
जानकारी के लिए बता दें कि नौ जून की शाम को बीबीडी इलाके में एक सिपाही ने छेड़छाड़ का विरोध करने पर किशोरी को छत से फेंक दिया था, मां बचाने पहुंची तो उनके साथ ही मारपीट किया था। किशाेरी को छत से फेंकने के कारण उसकी हीढ़ की हड्डी टूट गई थी। किशोरी को उपचार के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है,जहां उसका उपचार चल रहा है। वहीं मां ने इस पूरे मामले में डायल 112 के सिपाही मुकेश यादव, उसकी पत्नी महिला सिपाही कुमकुम यादव व साले अंकित यादव पर छेड़छाड़, हत्या के प्रयास और पॉस्को एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया था।
सिपाही की पत्नी व साले पर कार्रवाई के लिए मजिस्ट्रेटी बयान का इंतजार
यह पूरा मामला मीडिया में हाईलाइट हुआ तो पुलिस ने आनन फानन में आरोपी सिपाही मुकेश यादव को 12 जून को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। किशोरी के परिजन अभी पत्नी और साले पर कार्रवाई न होने से नाराज है। वहीं पुलिस का कहना है कि मुख्य आरोपी सिपाही को जेल भेज दिया गया है। अब सिपाही के पत्नी और साले पर कार्रवाई के लिए मजिस्ट्रेटी बयान का इंतजार किया जा रहा है। किशोरी ने अगर सिपाही के साले और उसकी पत्नी पर भी आरोप लगाया तो दाेनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। फिलहाल बताया जा रहा है कि किशोरी के रीढ़ का आॅपरेशन हो चुका है, हालत सामान्य है, जल्द ही उसका बयान हो सकता है।
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