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गोरखपुर में आयुष महाविद्यालय का उदघाटन करतीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु। साथ हैं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। Photograph: (सोशल मीडिया)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर का नाम आज इतिहास में दर्ज हो गया। महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने उत्तर प्रदेश के प्रथम आयुष विश्वविद्यालय-महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का अपने कर कमलों से लोकार्पण किया। महामहिम राष्ट्रपति ने कहा कि गोरखपुर 'योगभूमि' है। गुरु गोरखनाथ ने तो इस क्षेत्र को अक्षय आध्यात्मिक ऊर्जा से समृद्ध किया ही है, ये परमहंस योगानन्द की जन्मभूमि भी है। आप सभी भाई-बहन ऐसे महान स्थानीय परंपराओं से जुड़े हुए हैं, जिनका राष्ट्रीय महत्व है, जिनका पूरी मानवता पर प्रभाव है।
चिकित्सकों, नर्सों से आह्वान किया राष्ट्रपति ने
महामहिम(President) ने कहा कि स्वास्थ्य ही संपदा है और स्वास्थ्य ठीक रहेगा तो 2047 तक विकसित भारत और विश्व गुरु बनने का सपना साकार होगा, लेकिन इसके लिए आज से ही प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि आज भारत का डंका पूरे विश्व में बज रहा है और हर भारतवासी को देश को आगे बढ़ाने के लिए काम करना है। महामहिम राष्ट्रपति ने कहा कि हम अपने देश के पूर्वजों, श्रषि-मुनियों की आगे आने वाली पीढ़ियों का प्रतिनिधित्व करते हैं, तो हमें उनका मान भी रखना होगा। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि चिकित्सकों, नर्सों से आह्वान करते हुए कहा कि जनसेवा में आपको अथक प्रयास करना है, जनसेवा में थकना मना है, आपको दिन-रात परिश्रम करना पड़ेगा। महामहिम राष्ट्रपति ने उत्तर प्रदेश के इस प्रथम आयुष विश्वविद्यालय की उत्कृष्ट परिकल्पना और निर्माण को दिशा एवं गति प्रदान करने के लिए मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद भी किया।
रोजगार की संभावनाओं विकसित करेगा विश्वविद्यालय
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'आज पूरे क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक दिन है जब राष्ट्रपति जी द्वारा गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश का यह आयुष का पहला विश्वविद्यालय है। यहां के युवाओं के लिए पारंपरिक चिकित्सा में एक नई रोजगार की संभावनाओं को विकसित करने में भी इस विश्वविद्यालय की बड़ी भूमिका होगी। मुख्यमंत्री (CM Yogi Adityanath) ने कहा, सरकार ने तय किया है कि जहां आयुष पद्धति का अभी कोई महाविद्यालय नहीं है, उन मंडलों में भी एक-एक कॉलेज स्थापित करेंगे। हर जनपद में आरोग्यता के लिए एक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनेगा, जो कम से कम 100 बेड्स का होगा।' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में आज आयुष मंत्रालय अपनी परंपरागत आरोग्यता की पद्धति का अनुसरण करते हुए संपूर्ण आरोग्यता के लक्ष्य को प्राप्त कर रहा है।
गोरखपुर के लिए एक ऐतिहासिक पल
वहीं, भाजपा सांसद रवि किशन ने कहा, 'मैं प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डबल इंजन की सरकार को हृदय से धन्यवाद देता हूं। यह गोरखपुर के लिए एक ऐतिहासिक पल है। उत्तर प्रदेश का पहला आयुष विश्वविद्यालय यहां पर है, जो 300 करोड़ की लागत से बना है। यह बहुत ही सुखद पल है और एक सांसद के रूप में मैंने यहां पर बहुत बड़े क्षण देखे हैं। पूरा गोरखपुर आज सड़क पर उतरा है राष्ट्रपति महोदया की एक झलक पाने के लिए।
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