/young-bharat-news/media/media_files/2025/08/27/27-aug-7-2025-08-27-16-55-21.png)
भाजपा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह का फाइल फोटो व उनके द्वारा लिखा गया पत्र। Photograph: (सोशल मीडिया)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। राजधानी लखनऊ के लोग इन दिनों भारी जलभराव, टूटी-फूटी सड़कों और जाम हो चुकी नालियों से जूझने को मजबूर हैं। बीते दिनों हुई तेज बारिश ने नगर निगम और नगर विकास विभाग की लापरवाही सबके सामने ला दी है। अब योगी सरकार के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने ही जनता की परेशानियों को उठाते हुए खुद सीएम योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने जनता की परेशानियों और विभागीय अक्षमता को उजागर किया है। साथ ही विधायक ने इन विभागों की समीक्षा करवाए जाने की बात भी लिखी है।
सरोजनीनगर से भाजपा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने पत्र में लिखा है कि हर साल सड़कों की मरम्मत, नालियों की सफाई और ड्रेनेज सुधार के नाम पर खर्च कर दिए जाते हैं, लेकिन जमीनी सच्चाई यह है कि सामान्य बारिश में भी क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं। जनता को आने जाने में मुश्किल होती है, बीमारियों का खतरा रहता है और शहरी ढांचे को भी नुकसान होता है।
विधायक ने लगाए आरोप
- अधिकांश नालियां जाम हैं या उन पर अतिक्रमण हो रखा है। मानसून से पहले नियमित सफाई नहीं होती।
- हाल ही में बनी या मरम्मत की गई सड़कों पर भी पहली बारिश में ही गड्ढे उभर आए हैं, जिससे कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठते हैं।
- आलमनगर, राजाजीपुरम, चारबाग, इंदिरा नगर, गोमतीनगर विस्तार, हजरतगंज, सरोजनी नगर आदि में हर साल जलभराव की गंभीर स्थिति देखी जाती है।
- नगर निगम व नगर विकास विभाग के अभियंताओं/अधिकारियों की कोई जिम्मेदारी तय नहीं होती।
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/08/27/27-aug-8-2025-08-27-16-59-30.png)
तत्काल समीक्षा की मांग की विधायक ने
विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने पत्र में कहा है कि लखनऊ नगर निगम एवं नगर विकास विभाग की कार्यप्रणाली की तत्काल समीक्षा कराई जाए। साथ ही एक उच्च स्तरीय मॉनिटरिंग समिति गठित की जाए, जो नालों की सफाई, सड़क मरम्मत व ड्रेनेज सुधार कार्य की गुणवत्ता और समय-सीमा पर निगरानी रखे।
जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए और लापरवाही पर दंडात्मक कार्रवाई हो। उन्होंने कहा है कि लखनऊ के लिए दीर्घकालिक बाढ़ प्रबंधन योजना बने, जिसमें आधुनिक इंजीनियरिंग तकनीक, GIS मैपिंग और वर्षा-जल निकासी का वैज्ञानिक आकलन शामिल हो। साथ ही समीक्षा समिति में स्वतंत्र तकनीकी विशेषज्ञों (सिविल इंजीनियर, शहरी योजनाकार, जल प्रबंधन विशेषज्ञ) को शामिल किया जाए।
यह भी पढ़ें: गणेशोत्सव पर लखनऊ में ट्रैफिक डायवर्जन आज से लागू,जानिए कौन-कौन से रास्ते रहेंगे बंद
यह भी पढ़ें: यूपी में चार आईपीएस अफसरों का तबादला, जानिये किसे क्या मिली जिम्मेदारी
यह भी पढ़ें: Crime News:चिनहट में छात्र पर जानलेवा हमला, बाइक लूटकर दबंग फरार
bjp | CM Yogi Adityanath | CM yogi | latest lucknow news in hindi | lucknow news today | lucknow news update