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डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और सपा मुखिया अखिलेश यादव का फाइल फोटो। Photograph: (सोशल मीडिया)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। यूपी में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक सरगर्मियां जोरों पर हैं। सोमवार सुबह ही समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव(akhilesh yadav) ने अपनी ही पार्टी के तीन विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण पार्टी से निष्कासित कर दिया। इसके बाद बारी भारतीय जनता पार्टी की थी और उसकी तरफ से मोर्चा संभाला डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने। सपा से तीनों निष्कासित विधायकों के भाजपा में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इंतजार कीजिए हमारी सरकार उनके साथ खड़ी है और हम सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी जनप्रतिनिधि के साथ कोई मुश्किल न पेश आए। इस पर राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इन विधायकों को देरसबेर भाजपा में ही एडजस्ट किया जाएगा।
क्या कहा डिप्टी सीएम ने
सपा(samajwadi party) से तीनों निष्कासित विधायकों के भाजपा में शामिल होने के सवाल पर डिप्टी सीएम ने कहा, 'इंतजार कीजिए हम समय-समय पर फिर मिलेंगे लेकिन हम सभी जनप्रतिनिधियों का हार्दिक स्वागत करते हैं और हमारी सरकार उनके साथ खड़ी है। हम सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी जनप्रतिनिधि को किसी भी तरह की परेशानी ना आए।' योगी सरकार में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा, 'समाजवादी पार्टी लगातार अपने ही कार्यकर्ताओं पर तरह-तरह के आरोप लगाकर उनका उत्पीड़न कर रही है। सपा पूरी तरह से हाशिए पर जा चुकी है। सपा का नेतृत्व तनाव में है। उनकी जमीन खिसक चुकी है। लोग अभी भी उनके कार्यकाल की गुंडागर्दी को नहीं भूले हैं। आज यूपी इंफ्रास्ट्रक्चर और कानून-व्यवस्था के मामले में देश का नंबर वन राज्य बन चुका है। लोगों का मानना है कि भाजपा सरकार और योगी सरकार(yogi government) ने बेहतर काम किया है।'
इन विधायकों को निकाला सपा ने
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गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी (सपा) ने सोमवार सुबह ही अपने पार्टी विधायकों अभय सिंह, राकेश प्रताप सिंह और मनोज कुमार पांडेय को उनकी सांप्रदायिक विभाजनकारी नकारात्मकता और किसान विरोधी, महिला विरोधी, युवा विरोधी, कारोबारी विरोधी, नौकरीपेशा विरोधी और पीडीए विरोधी विचारधारा का समर्थन करने के कारण निष्कासित कर दिया है।
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