/young-bharat-news/media/media_files/2025/10/07/maya1-2025-10-07-16-13-01.jpeg)
बसपा मुखिया मायावती का फाइल फोटो। Photograph: (सोशल मीडिया)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। बहुजन समाज पार्टी बसपा की मुखिया मायावती ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर जोरदार सियासी हमला बोला है। बसपा मुखिया ने कहा कि इन पार्टियों का रवैया हमेशा से बसपा संस्थापक कांशीराम के प्रति विरोध में व द्वेषपूर्ण रहा है। बसपा मुखिया ने कहा कि नौ अक्टूबर को कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पर समाजवादी पार्टी के द्वारा संगोष्ठी आदि करने की घोषणा करना, सपा मुखिया अखिलेश यादव का घोर छलावा है। मायावती ने कहा कि इनकी घोषणा मुंह में राम बगल में छुरी कहावत को चरितार्थ करना ज्यादा लगता है।
कांशीराम के जीते जी सपा ने बसपा के साथ दगा किया
मायावती ने कहा कि कांशीराम के जीते जी समाजवादी पार्टी ने बसपा के साथ दगा किया और यूपी में उनके आंदोलन को कमजोर करने की लगातार कोशिशें कीं। बसपा मुखिया ने कहा कि 2008 में बसपा सरकार ने कासगंज को जिला मुख्यालय का दर्जा देकर कांशीराम नगर के नाम से बनाए गए नए जिले के नाम को भी जातिवादी सोच व राजनीतिक द्वेष के कारण बदला गया। बसपा मुखिया ने कहा कि कांशीराम के नाम से अन्य जो विश्वविद्यालय, कॉलेज, अस्पताल व संस्थाएं बनाई गईं, उनमें से भी अधिकांश का नाम सपा सरकार ने बदल दिया। मायावती ने सवाल उठाते हुए कहा कि यह सपा की दलित विरोधी चाल, चरित्र व चेहरा नहीं तो और क्या है?
मायावती ने कहा कि जब कांशीराम के निधन पर पूरा देश और खासकर यूपी शोकाकुल था, फिर भी सपा सरकार ने यूपी में एक भी दिन राजकीय शोक घोषित नहीं किया। कांग्रेस को भी निशाने पर लेते हुए मायावती ने कहा कि केंद्र में सरकार होते हुए भी कांग्रेस ने भी कांशीराम के निधन पर राष्ट्रीय शोक घोषित नहीं किया था। मायावती ने कहा कि संकीर्ण राजनीति व वोटों के स्वार्थ की खातिर ही आज सपा व कांग्रेस कांशीराम का स्मरण कर रही हैं, इन जातिवादी व संकीर्ण सोच वाली पार्टियों से लोगों को सजग रहने की जरूरत है।
देश में जातिवादी व्यवस्था के शिकार करोड़ों दलित, आदिवासी व अन्य पिछड़े बहुजनों को शोषित से शासक वर्ग बनाने के बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के मिशनरी आत्म-सम्मान व स्वाभिमान मूवमेन्ट के कारवाँ को ज़िन्दा करके उसे नई गति प्रदान करने वाले बहुजन समाज पार्टी (बी.एस.पी.) के जन्मदाता…
— Mayawati (@Mayawati) October 7, 2025
यह भी पढ़ें : UP News : 72 जिलों के DM\SDM के 30 दिसंबर तक स्थानांतरण नहीं हो सकेंगे, जानें क्यों?
यह भी पढ़ें : UP News : 'रायबरेली में सिर्फ दलित की हत्या नहीं हुई, बल्कि यह इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या है'
यह भी पढ़ें : UP News : ...तो पवन सिंह और पत्नी के बीच 'चुनावी चक्कर' है टकराव की वजह !
Mayawati | BSP Mayawati | BSP Chief Mayawati | samajwadi party | Akhilesh Yadav | Congress | UP Political News | UP Politics | up politics 2025 | UP politics latest | UP politics today | up news in hindi | up news hindi | UP news 2025 | latest up news