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लखनऊ एयरपोर्ट के पास बनीं 15 इमारतों की ऊपरी मंजिलें होंगी ध्वस्त Photograph: (google)
लखनऊ वाईबीएन संवाददाता। चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (अमौसी) से ठीक पीछे निर्धारित मानक के अधिक ऊंचाई वाली 15 इमारतें विमानों के लिए खतरा बन गई हैं। अब इनकी ऊपरी मंजिलें गिराई जाएंगी। यह फैसला लखनऊ विकास प्रधिकरण एलडी, जिला प्रशासन और एयरपोर्ट प्रबंधन ने संयुक्त सर्वे के बाद किया है। वहीं, नोटिस जाने होने पर संबंधित बिल्डिंग मालिकों में हड़कंप मच गया है। इससे पहले भी 2016 और 2020 में भी ऐसे कई निर्माण ढहाए भी गए थे।
बिल्डिंग मालिकों को नोटिस जारी
एलडीए ने इन 15 इमारतों के मालिकों को नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा था। अधिकतर मामलों में कोई वैध अनुमति या ऊंचाई संबंधी स्वीकृति दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए। एलडीए उपाध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि किसी भी इमारत की ऊंचाई अगर डीजीसीए के निर्धारित ऊंचाई सीमा से ज्यादा है और उससे हवाई यात्रा को खतरा है, तो ऐसी इमारतों पर कार्रवाई की जाएगी।
एलडीए की निगरानी में होगी कार्रवाई
प्रशासन का स्पष्ट निर्देश दिए है कि पूरी इमारत को नहीं, बल्कि केवल उतनी ऊंचाई तक का निर्माण हटाया जाएगा, जो निर्धारित मानक से अधिक है। यह कार्रवाई एलडीए की निगरानी में होगी और ध्वस्तीकरण का खर्च भी संबंधित बिल्डिंग मालिकों से वसूला जाएगा।
हवाई सुरक्षा से कोई समझौता नहीं
जिलाधिकारी विशाख जी ने कहा कि हवाई सुरक्षा के मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। जो इमारतें हवाई यात्रा में खतरा पैदा कर रही हैं तो उसे हटाया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि एलडीए और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम अब तकनीकी विश्लेषण के आधार पर तय करेगी प्रत्येक इमारत की ऊंचाई निर्धारित सीमा से कितनी अधिक है। इसके बाद संबंधित मंजिलों को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू होगी।
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