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स्वतंत्रता दिवस पर उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक ने किया ध्वजारोहण,
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता । स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्णा ने तिलक मार्ग स्थित कैम्प कार्यालय व पुलिस मुख्यालय, गोमती नगर विस्तार में राष्ट्रीय ध्वज फहराकर अधिकारियों व कर्मचारियों को शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को विभिन्न पदकों और प्रशंसा चिन्हों से सम्मानित किया गया।
भारत हमारी मातृभूमि और पुलिस उसकी अडिग प्रहरी
उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह उपनिरीक्षक रायबहादुर सिंह को मिला। सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह उपनिरीक्षक धीरेन्द्र सिंह को प्रदान किया गया। प्रशंसा चिन्ह (गोल्ड) आरक्षी अंकित कुमार को मिला, जबकि प्रशंसा चिन्ह (सिल्वर) उपनिरीक्षक ओम प्रकाश गुप्ता, आरक्षी अवधेश कुमार और आरक्षी चालक बब्बन यादव को प्रदान किए गए।समारोह में डीजीपी ने कहा, “भारत हमारी मातृभूमि और पुलिस उसकी अडिग प्रहरी है। स्वतंत्रता केवल राजनीतिक आज़ादी नहीं, बल्कि भय, असुरक्षा, भेदभाव और अन्याय से मुक्ति है।” उन्होंने अपराध नियंत्रण, महिला व बाल सुरक्षा, सांप्रदायिक सद्भाव, साइबर अपराध पर अंकुश और आपात सहायता को पुलिस की मुख्य जिम्मेदारियां बताया।
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अपराध व भ्रष्टाचार पर प्रहार
डीजीपी ने बताया कि इस वर्ष 17 पुलिस कर्मियों को राष्ट्रपति का वीरता पदक, 6 को विशिष्ट सेवा पदक और 72 को सराहनीय सेवा पदक मिला है। इसके अलावा 763 को अति उत्कृष्ट सेवा, 486 को उत्कृष्ट सेवा, 44 को उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह, 203 को सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह और 464 को पुलिस महानिदेशक प्रशंसा चिन्ह प्रदान किए गए। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 से अब तक 34 माफिया और 91 सहयोगी दोषी सिद्ध हुए, 144 अरब से अधिक की अवैध संपत्ति जब्त हुई। ऑपरेशन कन्विक्शन में 1 लाख से अधिक अभियुक्त दोषी ठहराए गए, जिनमें 70 को मृत्युदंड और 8,785 को आजीवन कारावास मिला।
डीजीपी ने कहा कि यूपी-112 देश की सर्वश्रेष्ठ आपात सेवा बन चुकी
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मिशन शक्ति के तहत महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता बताते हुए डीजीपी ने कहा कि यूपी-112 देश की सर्वश्रेष्ठ आपात सेवा बन चुकी है। सोशल मीडिया सेंटर ने 2023 से अब तक 1,257 लोगों की जान बचाई है। डीजीपी ने 60,244 नए आरक्षियों के हाइब्रिड मोड प्रशिक्षण, साइबर अपराध से निपटने में एआई के प्रयोग और पुलिस सेवाओं को और भरोसेमंद बनाने पर जोर दिया। उन्होंने 2047 तक उत्तर प्रदेश पुलिस को वैश्विक मानक बनाने का संकल्प लिया और कहा, “हमारा लक्ष्य सुरक्षित, आत्मविश्वासी और मुस्कुराता नागरिक है।”
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