लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।राजधानी के वृंदावन योजना क्षेत्र की वृंदावन चौकी के प्रभारी धीरेंद्र सिंह को उनके कर्तव्यों में लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। डीसीपी दक्षिणी निपुण अग्रवाल ने यह कार्रवाई एसीपी गोसाईगंज की रिपोर्ट के आधार पर की है। डीसीपी ने स्पष्ट किया है कि प्रथम दृष्टया दरोगा की कार्यप्रणाली में गंभीर खामियां पाई गईं हैं, जिसके चलते उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
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पुलिस ने बिना किसी ठोस कारण के एक युवक को हिरासत में लिया था
मामला भाजपा वार्ड अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह की शिकायत से जुड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया कि 17 मई की रात करीब 10 बजे चौकी प्रभारी धीरेंद्र सिंह ने उनके बेटे को एक हाउसिंग लोन विवाद में बिना किसी ठोस कारण के हिरासत में लिया। उन्हें चौकी में कई घंटों तक बैठाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया और जेल भेजने की धमकी दी गई। पीड़ित युवक ने इस दौरान अपनी बेगुनाही के प्रमाणस्वरूप सभी आवश्यक दस्तावेज भी चौकी प्रभारी को दिखाए।
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आरोप, दस हजार रुपये लेने के बाद चौकी से छोड़ा
आरोप यह भी है कि चौकी प्रभारी ने युवक को छोड़ने के लिए 10 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की और पैसे लेने के बाद ही उसे छोड़ा। इस घटनाक्रम से क्षुब्ध होकर वार्ड अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह ने इसकी शिकायत पहले एसीपी गोसाईगंज और फिर क्षेत्रीय विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह से की।शिकायत पर संज्ञान लेते हुए एसीपी गोसाईगंज ने जांच शुरू की और प्राथमिक तथ्यों के आधार पर चौकी प्रभारी को दोषी पाया। इसके बाद एसीपी की रिपोर्ट डीसीपी दक्षिणी को सौंपी गई, जिन्होंने तुरंत प्रभाव से दरोगा धीरेंद्र सिंह को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए।
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