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पुलिस चौकी में भाकपा माले कार्यकर्ताओं से मारपीट : प्रतिनिधिमंडल कमिश्नर से मिला, आरोपित पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग

प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि पूरी घटना की जानकारी तत्काल थाना प्रभारी थाना ठाकुरगंज को और आठ जुलाई को पुलिस उपायुक्त (पश्चिमी) से मुलाकात कर दी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की लेकिन अभी तक पुलिसिया बर्बरता पर कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया।

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Deepak Yadav
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आरोपित पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग Photograph: (YBN)

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लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।बसंत कुंज पुलिस चौकी में भाकपा (माले) कार्यकर्ताओं से मारपीट और हिरासत में रखने के मामले को लेकर पार्टी के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को पुलिस कमिश्नर अमरेन्द्र कुमार सेंगर से मिलकर आरोपित पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जिला प्रभारी रमेश सिंह सेंगर के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने अपने ज्ञापन में घटना का जिक्र करते हुए बताया कि पांच जुलाई को जिला कमेटी के सदस्य शान्तम, सुचित माथुर बसंतकुंज में कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की घटनाओं की शिकायत लेकर पुलिस चौकी गये थे। उनके साथ बसंतकुंज निवासी पार्टी कार्यकर्ता मुशीर और जावेद भी थे। चौकी प्रभारी दिनेश चन्द्र और अन्य पुलिस कर्मियों ने शिकायत दर्ज करने की बजाय उनके साथ गाली-गलौज और मारपीट करके तीन घंटे तक हिरासत में रखा। मारपीट में जावेद को गम्भीर चोटें आई और उनके कान का पर्दा फट गया। 

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ठाकुरगंज थाने में दी गई थी जानकारी

प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि पूरी घटना की जानकारी तत्काल थाना प्रभारी थाना ठाकुरगंज को और आठ जुलाई को पुलिस उपायुक्त (पश्चिमी) से मुलाकात कर दी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की लेकिन अभी तक पुलिसिया बर्बरता पर कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा कि यह घटना केवल हमारे साथियों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन नहीं है, बल्कि यह नागरिक अधिकारों की भी खुली अवहेलना है। शांतिपूर्ण रूप से शिकायत लेकर जाने वाले नागरिकों और कार्यकर्ताओं के साथ इस तरह का व्यवहार, लखनऊ की कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर गंभीर सवाल खड़ा करती है।

पुलिस आयुक्त ने मामले की जांच का दिया आश्वासन

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प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि चौकी प्रभारी दिनेश चन्द्र, सिपाही कुलदीप तिवारी एवं अन्य दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध तत्काल विभागीय कार्रवाई की जाए। घटना की स्वतंत्र जांच कराई जाए और तीनों पीड़ित साथियों को न्याय व सुरक्षा की गारंटी दी जाए, लखनऊ में पुलिस चौकियों को जनता के प्रति जवाबदेह बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं। ज्ञापन में कार्रवाई न होने की स्थिति में लोकतांत्रिक तरीके से सड़क पर उतरकर आन्दोलन करने की भी चेतावनी दी गई है। वहीं, पुलिस आयुक्त ने मामले की जांच करवाकर कार्रवाई का आश्वासन दिया।

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