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राजभवन में कन्या पूजन कार्यक्रम में बोलते चंपत राय Photograph: (YBN)
- कैंसर से सुरक्षा के लिए 100 बालिकाओं को निःशुल्क लगा एचपीवी टीका
- निम्न मध्यम वर्ग तक पहुंच बढ़ाने की जरूरत : राज्यपाल
- बेटियों का संरक्षण समाज के प्रत्येक परिवार की जिम्मेदारी : क्षेत्र प्रचारक
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। नवरात्रि के उपलक्ष्य में प्रेरणा परिवार की ओर से गुरुवार को राजभवन प्रांगण में लखनऊ के आसपास क्षेत्रों के 281 सेवा बस्तियों से आयी 5100 से अधिक कन्याओं का पूजन किया गया। इस अवसर पर सर्वाइकल कैंसर से सुरक्षा प्रदान करने के लिए 100 बालिकाओं को निःशुल्क एचपीवी टीका लगाया गया। इससे पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय और क्षेत्र प्रचारक अनिल ने एचपीवी टीकाकरण का शुभारम्भ किया।
बेटियों का सशक्तीकरण जरूरी
इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि हमें बेटियों के लिए काम करना चाहिए। निम्न मध्यम वर्ग तक हम अभी नहीं पहुंच पाये हैं। उनके बीच हमें बड़े पैमाने पर काम करने की जरूरत है। अभी भी बच्चे भिक्षाटन कर पेट भर रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में बालिकाओं के राजभवन में आगमन ने राजभवन के गौरव को और बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि बेटियों के सामने कई चुनौतियां होती हैं, इसलिए उन्हें सशक्त बनाने के लिए उनको शिक्षित करना, संस्कारित करना और उनके स्वास्थ्य की रक्षा बेहद जरूरी है। यही बेटियां भविष्य में मातृत्व के रूप में समाज को सशक्त और संस्कारवान नागरिक प्रदान करती हैं।
मां शब्द भारत की संसार को देन : चंपत राय
इस अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि बालिकाएं मां भगवती का स्वरूप होती हैं। नवरात्रि के समय में देवी मां का पूजन पूरे देश में होता है। कन्या पूजन के कार्यक्रम से राजभवन एक अनूठा स्थान बन चुका है, जहां भारतीय परंपराओं की रक्षा के कार्यक्रम देखने को मिलते हैं। उन्होंने कहा कि यहां सुरक्षा की अनेक चुनौतियां रहती हैं, लेकिन उन सबके बीच इस तरह आयोजन समाज को प्रेरणा देते हैं।
मां शब्द स्वयं में पूजनीय
चंपत राय ने कहा कि मां शब्द भारत की संसार को देन है। हमारे यहां धरती माता, गो माता और गंगा माता का संबोधन करते हैं। उन्होंने कहा कि मां शब्द स्वयं में पूजनीय है और आज बालिकाओं का पूजन उसी स्वरूप की आराधना है। उन्होंने कहा कि आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती है। उन्होंने एकात्म मानववाद का दर्शन समाज को दिया। जैसस शरीर एक है, उसी प्रकार हमारा समाज भी एक है।
बेटियों का संरक्षण पूरे समाज की जिम्मेदारी : क्षेत्र प्रचारक
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक अनिल ने कहा कि बालिकाएं दुर्गा का स्वरूप हैं। संपूर्ण विश्व में भारत ही ऐसा देश है, जहां नारी को शक्ति का स्वरूप माना गया है और उनकी पूजा की जाती है। सनातन परंपरा में स्त्री को सर्वाेच्च स्थान प्राप्त है। उन्होंने कहा कि नारी का संरक्षण, शिक्षा और सशक्तीकरण केवल परिवार की ही नहीं, बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी है। उनकी शिक्षा व स्वास्थ्य की चिंता करते हुए कैसे आगे बढ़ा सकते हैं इसके लिए हम सबको प्रयास करने की जरुरत है।
281 सेवा बस्तियों से आईं 5100 से अधिक कन्याएं
प्रेरणा परिवार के अध्यक्ष गुंजित कालरा ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रेरणा से मार्च 2024 में लखनऊ शहर के 11 युवा दंपतियों के सहयोग से प्रेरणा परिवार का गठन किया गया था। प्रेरणा परिवार का उद्देश्य आने वाली पीढ़ियों को सनातनी परम्पराओं और मूल्यों से जोड़ना है। कार्यक्रम के व्यवस्था प्रमुख प्रशान्त भाटिया ने बताया कि 100 बसों द्वारा 281 सेवा बस्तियों से 5100 से अधिक कन्याएं कार्यक्रम में आयीं, जिनका पूजन किया गया। इनमें 40 बच्चे सपेरा बस्ती से भी आए। बच्चों को लाने में एकल परिवार का सहयोग रहा।
कन्याओं का पांव प्रक्षालन कर स्वागत
राजभवन पहुंचने पर कन्याओं का पांव प्रक्षालन के बाद तिलक कर और चुनरी भेंटकर उनका स्वागत किया गया। कन्याओं को माता जी चुनरी, भोजन प्रसाद की थाली, दक्षिणा और उपहार स्वरूप कापी कलम व पुस्तक दी गयी। इस अवसर पर बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत कथक नृत्व व देवी गीत भी प्रस्तुत किया गया।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव, राज्य सूचना आयुक्त पीएन द्विवेदी, सह क्षेत्र प्रचार प्रमुख मनोजकांत, अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.राजशरण शाही, क्षेत्र संघचालक कृष्ण मोहन, प्रान्त संघचालक सरदार स्वर्ण सिंह, डा. दिलीप अग्निहोत्री, लोहिया संस्थान के निदेशक प्रो.सीएम सिंह, कैंसर संस्थान के निदेशक डा.एमएलबी भट्ट प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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