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Crime News :कथावाचकों के समर्थन में यादव समाज का हंगामा, 19 उपद्रवी गिरफ्तार

कथावाचकों पर केस दर्ज होने से नाराज यादव समाज के लोगों ने बवाल कर दिया। उन्होंने दंपति के गांव पहुंचकर हंगामा किया और पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसमें पुलिस की गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। पुलिस ने 19 उपद्रवियों को हिरासत में लिया है।

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Shishir Patel
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पुलिस हिरासत में इटावा में उपद्रव करने वाले।

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लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।   उत्तर प्रदेश के इटावा में कथा वाचक के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद यादव समाज के लोगों ने आक्रोशित होकर थाना बकेवर का घेराव किया। बाद में मुकदमा लिखवाने वाले शख्स के गांव दादरपुर जाकर जमकर बवाल किया।इसकी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस पर भी अराजकतत्वों ने पथराव करना शुरू कर दिया। पथराव में पुलिस की गाड़िया क्षतिग्रस्त हुई हैं। अराजकतत्वों पर काबू पाने के लिए पुलिस को हल्के बल का प्रयोग करना पड़ा। पुलिस ने बवाल कर रहे 12 से अधिक उपद्रवियों को हिरासत में लेकर कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी है।

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उपद्रवियों ने दंपति के गांव जाकर बवाल करना शुरू कर दिया

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि थाना बकेवर में कथावाचक मुकुट मणि यादव और संतराम यादव के खिलाफ कथा करवाने वाले दंपति ने अपनी पहचान बदलकर कथा कहने के आरोप में मुकदमा दर्ज करवाया है। उसके बाद आज मुकदमा दर्ज होने के विरोध में उपद्रवियों ने दंपति के गांव जाकर बवाल करना शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस टीम पर भी उपद्रवियों ने पथराव करना शुरू कर दिया। पुलिस की दो गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुई हैं। पुलिस ने हल्का बल का प्रयोग करते हुए उपद्रवियों को खदेड़कर स्थिति को नियंत्रण में किया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने चिन्हित कर उन्नीस उपद्रवियों को हिरासत में लेकर कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी है।

यह था पूरा मामला, जिसे लेकर हुआ बवाल 

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विगत दिनों पूर्व थाना बकेवर क्षेत्र के दादरपुरा गांव में ब्राह्मण दंपति ने कथा का आयोजन करवाया था। उनके यहां कथा वाचक बनकर आए लोगों ने अपने आपको ब्राह्मण समाज का बताया लेकिन बाद में कथा करवाने वाले दंपति और ग्रामीणों को उनके यादव समाज के होने की जानकारी मिली। इस पर ग्रामीणों ने उन्हें अपमानित कर गांव से भगा दिया था। उसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इसे राजनीतिक तूल देते हुए सरकार को ओबीसी और दलित विरोधी बताया था।इसी मामले में पुलिस ने कथा वाचक की तहरीर पर गांव के ही चार लड़कों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया था। मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी थी। जांच में कथा वाचक भी संदिग्ध प्रतीत होने पर पुलिस ने दंपति की तहरीर पर कथा वाचकों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर दिया।

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