महाकुंभ नगर, वाईबीएन नेटवर्क।
Mahakumbh 2025: महाकुंभ अपनी भव्यता से दुनिया का ध्यान आकर्षित कर रहा है। तीर्थराज प्रयागराज में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। भारत ही नहीं, बल्कि कई दूर-दराज के देशों से भी लोग महाकुंभ में पहुंच रहे हैं। अलग-अलग जाति, संप्रदाय और स्थानों के लोग कुंभ में स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। अब पाकिस्तान से भी संतों का जत्था कुंभ के लिए आ रहा है। पाकिस्तान से संत और अनुयायियों का समूह प्रयागराज में संगम स्नान करने आने वाला है।
पाकिस्तान से 50 संतों का जत्था आएगा प्रयागराज
सिंध प्रांत में सिंधी समाज के प्रमुख धार्मिक स्थल सच्चो सतराम धाम के पीठाधीश्वर साईं साधराम महाकुंभ आने वाले हैं। संत साईं साधराम के साथ उनके 50 अनुयायी भी तीर्थराज प्रयागराज में महाकुंभ स्नान के लिए आएंगे। पाकिस्तान से आए सभी संत संगम में डुबकी लगाएंगे। संतों के जत्थे ने वीजा के लिए आवेदन कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, साईं साधराम और उनके साथ आने वाला संतों का जत्था जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद के शिविर में आएगा।
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महाकुंभ में पाकिस्तान की दिलचस्पी
पाकिस्तान के लोगों को महाकुंभ में खास दिलचस्पी है। पाकिस्तानी मीडिया ने भी दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन के रूप में महाकुंभ की कवरेज की है। महाकुंभ गूगल और सोशल मीडिया पर भी ट्रेंड कर रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, मुस्लिम देशों में से पाकिस्तान में सबसे ज्यादा पाकिस्तान में महाकुंभ के बारे में सर्च किया जा रहा है। इसके अलावा कतर, यूएई, नेपाल, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, आयरलैंड, ब्रिटेन, थाईलैंड, अमेरिका और बहरीन जैसे देशों में भी लोग महाकुंभ के बारे में सर्च कर रहे हैं।
दुनिया को आकर्षित कर रहा महाकुंभ
महाकुंभ दुनिया में कौतूहल का विषय बन गया है और लोगों को आकर्षित कर रहा है। आपको बता दें कि महाकुंभ में कई देशों के लोग पहुंच रहे हैं। रशिया, अमेरिका और सिंगापुर के कुछ लोगों ने सनातन धर्म ग्रहण कर लिया और कुंभ में साधुओं की तरह रह रहे हैं। महाकुंभ का पर्व 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान प्रयागराज में करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।
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