महाकुम्भ नगर, वाईबीएन नेटवर्क।
देश की प्रथम नागरिक सोमवार को महाकुंभ पहुंचेंगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आठ घंटे से अधिक समय तक पवित्र संगम घाट पर रहेंगी। इस दौरान उनका पवित्र स्नान का भी कार्यक्रम है। उनका अक्षय वट और बड़े हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना का भी कार्यक्रम है। राष्ट्रपति महाकुंभ की दिव्यता और भव्यता को नजदीक से देखेंगी। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महामहिम के स्वागत में उपस्थित रहेंगे।
संगम में लगाएंगी आस्था की डुबकी
राष्ट्रपति मुर्मू सुबह संगम नोज पहुंचकर पवित्र त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगी। मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में राष्ट्रपति आस्था की डुबकी लगाकर सनातन आस्था को मजबूत आधार देंगी। देश की प्रथम नागरिक का संगम में पावन डुबकी लगाने का यह ऐतिहासिक क्षण होगा। बता दें कि इससे पहले भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भी 1954 में आयोजित आजाद भारत के पहले प्रयागराज कुंभ में पावन स्नान किया था।
Mahakumbh 2025: महाकुंभ में सीएम भजनलाल शर्मा ने श्रद्धालुओं को परोसा भोजन, लगाई आस्था की डुबकी
देशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना करेंगी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संगत तट पर पवित्र स्नान के उपरांत धार्मिक आस्था को और अधिक मजबूती देने के लिए अक्षयवट का दर्शन-पूजन करेंगी। सनातन संस्कृति में अक्षयवट को अमरता का प्रतीक माना जाता है। यह हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण स्थल है, जिसकी महत्ता पुराणों में भी वर्णित है। इसके अलावा वे बड़े हनुमान मंदिर में भी पूजा अर्चना करेंगी और देशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना करेंगी।
डिजिटल महाकुम्भ अनुभव केंद्र भी जाएंगी
डिजिटल महाकुंभ अनुभव केंद्र पहुंचकर राष्ट्रपति का आधुनिक भारत और डिजिटल युग के साथ धार्मिक आयोजनों को जोड़ने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल को समर्थन देंगी। बता दें कि डिजिटल अनुभव केंद्र जिसमें महाकुम्भ मेले की विस्तृत जानकारी तकनीकी माध्यमों से उपलब्ध कराई जा रही है। देश-विदेश के श्रद्धालुओं को इस अद्भुत आयोजन का और करीब से अनुभव करने के लिए स्थापित किया गया है। राष्ट्रपति शाम को प्रयागराज से वापस नई दिल्ली के लिए रवाना होंगी।
एतिहासिक होगा राष्ट्रपति का दौरा
राष्ट्रपति का यह दौरा न केवल प्रयागराज के लिए ऐतिहासिक होगा, बल्कि देशभर के श्रद्धालुओं के लिए भी एक प्रेरणादायी क्षण होगा। उनकी उपस्थिति से महाकुम्भ के धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को एक नई ऊंचाई मिलेगी। राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए प्रयागराज में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है।