महाकुंभ नगर, वाईबीएन नेटवर्क।
एप्पल के दिवंगत सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुंभ मेला 2025 के लिए भारत आई हैं। जहां उनके गुरु स्वामी कैलाशानंद ने हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार उन्हें हिंदू नाम 'कमला' दिया है।
इस बीच स्टीव द्वारा 1971 में लिखा गया एक पत्र सुर्खियों में है। इस पत्र में स्टीव जॉब्स ने कुंभ मेले के लिए भारत आने की इच्छा जताई थी। अब महाकुंभ के समय खबर आई है कि हाल ही में इस पत्र को बोनहम्स ने 500,312 डॉलर (4.32 करोड़ रुपये) में नीलाम कर दिया। आपको बता दें कि स्टीव जॉब्स की पत्नी और बिजनेसवुमन लॉरेन पॉवेल जॉब्स ने कल दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागम में संगम में डुबकी लगाई।
पति की इच्छा पूरी करने कुंभ आईं
स्टीव जॉब्स ने यह पत्र अपने 55 वर्षीय मित्र टिम ब्राउन को उनके 19वें जन्मदिन पर लिखा था। जिसमें उन्होंने भारत में होने वाले कुंभ मेले में अपनी विशेष रुचि दिखाई थी और वे इसमें भाग लेना चाहते थे। अब कहा जा रहा है कि उनकी पत्नी के महाकुंभ मेले में आने का कारण उनके पति की इच्छा पूरी करना है।
स्टीव जॉब्स ने पत्र में क्या लिखा?
दावा किया जा रहा है कि स्टीव जॉब्स ने यह पत्र अपने दोस्त द्वारा लिखे गए पत्र के जवाब में लिखा है। जिसमें वे काफी चिंतित नजर आ रहे थे। क्योंकि पत्र में स्टीव जॉब्स ने कई बार रोने का भी जिक्र किया है। जॉब्स पत्र में लिखते हैं:
“मैं भारत जाना चाहता हूं। मैं वहां आयोजित होने वाले कुंभ मेले में हिस्सा लेना चाहता हूं। अप्रैल से शुरू होने वाले इस आयोजन के लिए मैं मार्च में किसी समय जाऊंगा। हालांकि, मैं इसे लेकर निश्चित नहीं हूं। उन्होंने अपने पत्र के अंत में 'शांति, स्टीव जॉब्स”
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स्टीव जॉब्स के बारे में जानें
स्टीव जॉब्स (1955-2011) एक अमेरिकी उद्यमी, आविष्कारक और दूरदर्शी थे जिन्होंने Apple की स्थापना की थी। कंपनी ने तकनीकी दुनिया में क्रांति ला दी। उनके नेतृत्व और दूरदर्शिता ने Apple को दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनियों में से एक बनने में मदद की।