मुरादाबाद में ठेकेदार और राज मिस्त्री ने कर दी दरोगा की हत्या
पूछताछ के दौरान राजमिस्त्री के चेहरे पर घबराहट थी। इसे भांपकर इंस्पेक्टर मोहित चौधरी ने राज मिस्त्री से कड़ाई से पूछताछ शुरू की। उससे पूछा कि दरोगा कैसे छत से गिरे तो वो पूरा घटनाक्रम नहीं बता सका।
मुरादाबाद में एक सेवानिवृत्त दरोगा की हत्या कर दी गई। हत्या करने वाला कोई और नहीं, बल्कि दरोगा का जो ठेकेदार और राजमिस्त्री मकान बना रहा था। वही हत्यारा निकला। वजह जानकर आप चौक जाएंगे। हालांकि घटना जनवरी महीने की है। पुलिस ने वारदात में शामिल तीन लोगों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने घटना का राजफाश कर दिया है।
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मझोला थाना क्षेत्र के बुद्धि विहार में दरोगा अतेंद्र सिंह की मौत की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दी है,दो माह पहले ही दरोगा अतेंद्र सिंह सहारनपुर से सेवानिवृत्त हुए थे, नौकरी के दौरान अतेंद्र ने लाकड़ी बाईपास इंडस्ट्रियल एरिया में एक प्लॉट खरीदा था, रिटायर होने के बाद वह उस प्लॉट पर हॉल का निर्माण करा रहे थे,दरोगा अतेंद्र सिंह ने इसके निर्माण का ठेका मुरादाबाद निवासी रवींद्र सिंह को दिया,रवींद्र ठेकेदारी के साथ-साथ राजिमिस्त्री का भी काम करता है,बीती 19 जनवरी को दोपहर में अतेंद्र प्लॉट पर काम देखने गए,ओर सीढ़ियों के पास खड़े होकर काम देख रहे थे और ठेकेदार को कमियां बता रहे थे,इसके बाद अचानक वो सीढ़ियों से नीचे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए,ठेकेदार द्वारा दरोगा के बेटे को मामले की सूचना दी गई,आनन फानन में घायल दरोगा को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया,हादसा समझकर परिजनों ने दरोगा का अंतिम संस्कार भी कर दिया,लेकिन घटना के 15 दिन बाद परिजनों को याद आया कि दरोगा अतेंद्र सिंह ने हाथ में अंगूठी और गले में चैन पहनी थी,मृतक के बेटे ने शक जाहिर करते हुए 6 फरवरी को पुलिस से घटना की शिकायत की।
शिकायत मिलने के बाद हरकत में आई पुलिस, चैक किए गए सीसीटीवी
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प्रभारी निरीक्षक मझोला मोहित चौधरी ने घटना को गंभीरता से लेते हुए अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज चैक कराए गए,जिसके बाद प्रभारी निरीक्षक मय टीम के घटनास्थल पहुंचे जहां पर ठेकेदार रविन्द्र से पूछताछ की गई,पूछताछ में रविन्द्र जवाब देते हुए घबराने लगा,पुलिस द्वारा सख्ती से पूछताछ में उसने बताया कि दरोगा अतेंद्र सिंह की मौत छत से गिरने से नहीं हुई है,बल्कि हत्या की गई है,इस हत्या में उसके दो अन्य साथी विपिन और संजय भी शामिल हैं।
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि ऐसे दिया घटना को अंजाम
19 जनवरी को दरोगा अतेंद्र सिंह प्लॉट पर काम देखने आए थे,और निर्माण में हुई खामियों को लेकर डांट रहे थे,रोज रोज की डांट से सभी लोग परेशान हो गए थे,और गालियों के बदले दरोगा से बदला लेने की ठान ली,रविन्द्र ने दरोगा ने जो अंगूठी और चैन पहन रखी थी वो उन्हें देने का लालच देकर अपने साथ शामिल कर लिया,दरोगा जैसे ही सीढ़ियों के पास आया ठेकेदार रविन्द्र ने पीछे से अतेंद्र सिंह की कमर पर जोर से लात मार दी जिससे वह नीचे गिर गए, इसके बाद रवींद्र ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर बल्लियों से पीट-पीटकर अतेंद्र की हत्या कर दी,सोने की चैन और अंगूठी उतारकर शव को नीचे फेंक दिया।
पुलिस अधीक्षक नगर कुमार रणविजय सिंह ने किया घटना का खुलासा
घटना का खुलासा करते हुए एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि थाना मझोला पर 6 फरवरी को सूचना मिली थी कि 19 जनवरी को सेवानिवृत दरोगा की छत से गिरने से मौत हो गई थी,लेकिन उन्होंने सोने से बनी अंगूठी और चैन पहन रखी थी जो कि बॉडी के साथ नहीं मिली है,मामले का तुरंत संज्ञान लिया गया,अस्पताल ओर आसपास के सीसीटीवी चैक कराए गए, घटनास्थल का निरीक्षण किया गया तो वहां मौजूद ठेकदार रविन्द्र से पूछताछ की गई,जिसके बाद उसने अपने दो साथियों के साथ हत्या करना कबूल किया है,तीनों आरोपियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है,अन्य वैधानिक करवाई कराई जा रही है।