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अस्पताल ले जाते समय महिला एडवोकेट की फाइल फोटो।
ठाकुरद्वारा कचहरी परिसर में हुए महिला अधिवक्ता पर एसिड अटैक के मामले में नया मोड सामने आया है, डॉक्टरों ने महिला की मेडिकल रिपोर्ट में तेजाब ना होने का दावा किया है। कल कचहरी परिसर में एक महिला अधिवक्ता शशिवाला ने दो युवकों पर तेजाब डालने का आरोप लगाते हुए थाना ठाकुरद्वारा पर एक शिकायती पत्र दिया था। पुलिस ने 2 नामजद आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।महिला अधिवक्ता के साथ हुए तेजाब कांड के बाद हर कोई सोचने को मजबूर है, कि आखिरकार तेजाब महिला की कमर पर क्यों डाला गया।
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डॉक्टरों ने किया चौंकाने वाला खुलासा
एसिड अटैक के बाद महिला को ठाकुरद्वारा स्थित सीएचसी ले जाया गया था जहां पर डॉक्टरों ने एसिड होने से इंकार किया है, डॉक्टरों ने कैमरे पर ना बोलते हुए अपनी बात मौखिक रूप से बताई उन्होंने कहा कि ये कोई ज्वलनशील पदार्थ हो सकता है लेकिन ये तेजाब नहीं है ये फॉरेंसिक टीम जब अपनी रिपोर्ट पेश करेगी उसके बाद ही पता लग पाएगा आखिर महिला पर फेंका जाने वाला पदार्थ था क्या।
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कहीं आपकी युवकों से जाति दुश्मनी तो नहीं हैं वकील साहिबा !
पुलिस हर एंगल से मामले की जांच में जुटी है,क्षेत्र में इस बात को भी लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है कि महिला अधिवक्ता की इन युवकों से पुरानी रंजिश है,फिलहाल पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है अब देखना ये होगा कि आखिर मामले की सच्चाई क्या निकलती है।
एसपी देहात कुंवर आकाश सिंह ने मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र से एक महिला पर तेजाब डालने का मामला सामने आया था जिसके बाद थाना ठाकुरद्वारा पर अभियोग पंजीकृत करा दिया गया है मामले की जांच की जा रही है।