मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एक बार फिर जांच के घेरे में है। शासन द्वारा दिए गए आदेश के बाद भी विभाग के अधिकारी अवैध रूप से संचालित ईंट भट्ठे ओर रेड जोन में आने वाली फर्मों पर कार्रवाई नहीं कर रहा है।खबर है कि कार्रवाई न करने के नाम पर प्रदूषण बोर्ड के अधिकारी मोटा माल अंदर कर रहे हैं।
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मुरादाबाद जनपद में संचालित हैं कई अवैध भट्ठे और फर्में
एनजीटी ने मुरादाबाद में अवैध रूप से संचालित 73 ईंट भट्टो को बंद करने के आदेश दिए थे, मगर इन ईंट भट्ठो को कागजों में तो बंद कर दिया, लेकिन धरातल पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। यही हाल रेड जोन में आने वाली फर्मों का भी है कि प्रदूषण बोर्ड के अधिकारी इन भट्ठो और फर्मों को चलाने के एवज में मोटा लाभ अर्जित कर रहे हैं।
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काली कमाई का अड्डा बना प्रदूषण बोर्ड का कार्यालय
विभाग के एक कर्मचारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि शासन से जारी अभिलेखों में आबादी से भट्ठे की दूरी 950 मीटर निर्धारित की गई है,मगर यहां के अधिकारी 300 से 500 मीटर की दूरी पर ही ईंट भट्ठा संचालित करवा देते हैं और उसके एवज में अच्छा खासा सुविधा शुल्क लिया जाता है। जब इस संबंध में मुरादाबाद जोन के रीजनल अधिकारी आशुतोष चौहान से बात की गई, तो उन्होंने कोई भी जानकारी देने से साफ मना कर दिया। आखिर बड़ा सवाल यह है कि जब प्रदूषण बोर्ड अपना काम ईमानदारी से कर रहा है, तो फिर जानकारी मीडिया से क्यों छुपाई जा रही है।
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