Moradabad: कहने को स्मार्ट सिटी, समस्याओं का अंबार
महानगर का नाम स्मार्ट सिटी में आने के बाद भी जनता की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। शहर में टूटी सडकें चोक नालियां और बस्तियों में लगे गंदगी के ढेर। मुरादाबाद शहर की पहचान बन चुके हैं। नगर निगम प्रशासन और जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
महानगर का नाम स्मार्ट सिटी में आने के बाद भी जनता की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। शहर में टूटी सडकें चोक नालियां और बस्तियों में लगे गंदगी के ढेर। मुरादाबाद शहर की पहचान बन चुके हैं। नगर निगम प्रशासन और जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। यही वजह है कि शहर की जनता दुर्गंध के बीच जीवन यापन करने को विवश है।
शहर के वार्ड-19 के लोगों को सर्वाधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां बता दें की शहर का वार्ड 19 घनी आबादी वाला क्षेत्र है। सुविधाओं के नाम पर किसी भी विभाग की ओर से समुचित व्यवस्था व्यवस्था नहीं है। लटकते बिजली के तार हादसे को दावत दे रहे हैं। गलियों में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हैं। नालियां चोक पड़ी है,मगर नगर निगम के अधिकारी व जनप्रतिनिधि इस ओर चुप्पी साधे बैठे हैं।
नल में पानी न आने से लोग परेशान।
समस्या के बीच जीने को मजबूर वार्ड-19 के लोग
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वार्ड 19 की ताड़ी. खाना चौराहे से लेकर गुरुद्वारा तक सड़क पर गहरे-गहरे गड्ढे हो गए हैं, बरसों से सड़क की मरम्मत नहीं की गई है। इसके साथ ही वार्ड में सफाई व्यवस्था का भी बुरा हाल है। घरों के सामने कूड़े के ढेर कई महीनो तक लगे रहते हैं। यही नहीं कपूर कंपनी के समीप रेलवे कॉलोनी का हाल बेहाल है, यहां लोगों को दुर्गंध के बीच रहना मजबूरी हो गया है। नाले व नालियों की सफाई भी समय पर नहीं कराई जाती है। हैंड पंप भी बंद पड़ा है इससे पेयजल की भी समस्या है। इसके अलावा जेल के पीछे भी बस्ती में कूड़े के ढेर लगे हैं।
डॉक्टर एके सोती का कहना है कि नगर निगम की ओर से लगे सफाई कर्मी नियमित कार्य को अंजाम नहीं देते हैं। क्लीनिक के आगे गंदगी फैली रहती है, जिससे काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
सुरेंद्र सिंह
सुरेंद्र सिंह का कहना है कि काफी दिनों से बस्ती के लोग समस्याओं से जूझ रहे हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधि भी इस ओर गौर नहीं कर रहे हैं।
नरेश
रेलवे कॉलोनी स्थानीय निवासी नरेश ने बताया कि हम लोगों को गंदगी का सामना करना पड़ता है। कई बार पार्षद से शिकायत करें,मगर कोई समाधान नहीं हो सका है। सफाई कर्मी भी कई कई दिन पर सफाई करने आते हैं।
रेलवे कॉलोनी निवासी अजय कुमार ने बताया कि इंडियामार्का हैंडपंप होने के बाद भी पेयजल की समस्या बरकरार है। हैंड पंप खराब पड़ा है। वार्ड के पार्षद को कई बार टूटी पुलिया सही करने के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने भी कोई ध्यान नहीं दिया।
ओमराज सोती
ओमराज सोती ने बताया कि बरसात के दिनों में जेल के पीछे कॉलोनी मे जल भराव हो जाता है। पानी की निकासी न होने के कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
स्थानीय परिषद विशाल सिंह ने बताया कि क्षेत्र में काफी कम कर दिए हैं। भूल-भुलैया का निर्माण भी करीब 3 करोड़ की लागत से कराया गया है। इसके साथ ही कंपनी बाग के पास अन्य सभी काम कर दिए गए हैं। वार्ड में नियमित रूप से सफाई कर्मी आते हैं। हर रोज सड़कों पर सफाई होती है। फिलहाल रेलवे कॉलोनी के बाहर बनी पुलिया और मार्केट को सीएम ग्रिड में चिन्हित किया गया है,जल्द ही उसको भी बना दिया जाएगा, मगर कुछ काम क्षेत्र में बाकी रह गए हैं, जिनके प्रस्ताव लगे हुए हैं। उन्हें भी जल्द पूरा करा दिया जाएगा।
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