Moradabad: मुरादाबाद में फिर चाइनीज मांझे का कहर, बाइक सवार दो युवक जख्मी
Moradabad: पुलिस दौरा लगातार चाइनीज मांझा को लेकर छापेमारी की जा रही है बाबजूद इसके शहर धड़ल्ले से चाइनीज मांझा बिक रहा है देर शाम इस मांझे की चपेट में आ कर दो बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गए
मुरादाबाद वाईबीएन संवाददाता।पुलिस दौरा लगातार चाइनीज मांझा को लेकर छापेमारी की जा रही है बाबजूद इसके शहर धड़ल्ले से चाइनीज मांझा बिक रहा है देर शाम इस मांझे की चपेट में आ कर दो बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गए जिनका एक निजी अस्पताल में इलाज जारी है मुरादाबाद में चाइनीज मांझे से घायल होने की ये पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी दर्जनों लोग मांझे की चपेट में आ कर घायल हो जूक है लगातार सामने आ रही इन घटनाओं से पुलिस के दाबो की पोल खुलती हुई नज़र आ रही है
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अचानक मांझा हवा में लहराता हुआ आया और गले में फंस गया
Photograph: (MORADABAD )
मिली जानकारी के अनुसार बुद्धि विहार बैंक कॉलोनी निवासी अमित और करूला जयंतीपुर निवासी मोहम्मद वामिस अलग-अलग बाइकों से रामपुर रोड पर जा रहे थे। इसी दौरान सड़क के ऊपर लटकता चाइनीज मांझा उनकी गर्दन और चेहरे से टकरा गया। हादसे में अमित के चेहरे और हाथ पर गहरे घाव आए हैं। डॉक्टरों को उन्हें चेहरे पर दस टांके लगाने पड़े। वहीं वामिस की गर्दन पर गंभीर चोट आई है। घटना के समय दोनों युवकों के साथ मौजूद मजहर अली ने बताया, “हम तीनों बाइक से जा रहे थे। अचानक मांझा हवा में लहराता हुआ अमित और वामिस के गले में फंस गया। खून बहने लगा। अगर हमने समय रहते बाइक न रोकी होती, तो बड़ा हादसा हो सकता था।
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यह कोई पहली घटना नहीं है। पिछले तीन महीनों में मुरादाबाद में 20 से अधिक लोग चाइनीज मांझे की चपेट में आकर घायल हो चुके हैं। पहला मामला अप्रैल 2025 में दिल्ली रोड लोकोशेड पुल पर बैंककर्मी कोमल चौधरी की गर्दन मांझे से कट गई थी। दूसरा मामला अगस्त 2024 में अधिवक्ता अजय बंसल की बेटी अंशिका की गर्दन चाइनीज मांझे से कट गई थी। तीसरा मामला अक्टूबर 2023 में मुगलपुरा थाना क्षेत्र में निर्यातक मोहम्मद इकबाल इसी मांझे का शिकार बने थे।
प्रशासन ने की थी सख्ती, फिर भी खुलेआम बिक रहा है मांझा
पिछले कुछ हादसों के बाद मुरादाबाद पुलिस ने चाइनीज मांझे की बिक्री पर सख्ती की थी और कई दुकानों पर छापेमारी भी हुई थी। जिसके बाद कुछ समय के लिए इसका असर भी दिखा, लेकिन समाये के साथ अब एक बार फिर यह जानलेवा धागा बाजारों में बेचा जा रहा है।
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जनता में आक्रोश, प्रशासन से ठोस कार्रवाई की मांग
लगातार हो रहे हादसों से आम जनता में रोष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि सिर्फ कागज़ी कार्रवाई नहीं, बल्कि ज़मीनी स्तर पर सख्ती ज़रूरी है ताकि जानलेवा मांझे की बिक्री पूरी तरह बंद हो सके।