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Photograph: (moradabad)
मुरादाबाद वाईबीएन संवाददाता l ठाकुरद्वारा की बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति भायपुर में आयोजित ब्लॉक स्तरीय किसान गोष्ठी में वक्ताओं ने यूरिया के अधिक इस्तेमाल से भूमि की उर्वरक क्षमता और उत्पादन पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों के बारे में विस्तार से चर्चा की। इफको के प्रबंध निदेशक सुरेश मौर्य और उप क्षेत्र प्रबंधक यशवीर सिंह ने कहा कि रासायनिक खादों के अधिक उपयोग से मिट्टी विषैली हो रही है और उत्पादन क्षमता घट रही है। उन्होंने किसानों को सलाह दी कि वे यूरिया का संतुलित मात्रा में उपयोग करें और नैनो यूरिया का छिड़काव करके उत्पादन बढ़ा सकते हैं।
नैनो यूरिया के बारे में दी जानकारी
नैनो यूरिया के इस्तेमाल से फसलों की वृद्धि में 8 से 15 प्रतिशत की बढ़त हो सकती है। यह उर्वरक पौधों की हरियाली और दाने भरने की क्षमता को भी बढ़ाता है। इसके अलावा, मिट्टी की उर्वरक क्षमता लंबे समय तक बनी रहती है। इफको के अनुसार, नैनो यूरिया की 500 मिलीलीटर की बोतल में 45 किलो यूरिया जितनी क्षमता होती है । गोष्ठी में सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई, जिसका उद्देश्य किसानों को उनकी फसलों के लिए उचित समर्थन प्रदान करना है। सहकारी समितियों के सचिवों ने भी किसानों के साथ अपने अनुभव साझा किए और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।
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