मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता।
मुरादाबाद:मंडी समिति के अवैध कब्जेदारों ने मंडी बंद करने का ऐलान कर दिया है। मंडी समिति के इन माफियाओं पर जल्द ही प्रशासन की कार्रवाई हो सकती है। जिसका एक आदेश सिटी मजिस्ट्रेट किंशुक श्रीवास्तव ने दिया था,आदेश में कहा गया था कि नवीन मंडी में करोड़ों की संपत्ति पर अवैध रूप से काबिज कब्जेदारों से सरकारी जमीन कब्जा मुक्त कराई जाएगी। सिटी मजिस्ट्रेट ने अवैध निर्माण को खाली करने का अल्टीमेटम दिया था जिसके बाद मंडी समिति में मौजूद आढ़तियों ने जिला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंडी समिति के सैकड़ों आढ़ती इकट्ठा होकर जिला प्रशासन के आदेशों की अवहेलना करते हुए मंडी बंद कर दी है। साथ ही मंडी के कुछ माफियाओं द्वारा पांच पांच हजार रुपए बसूले गए हैं और अब तक 10 लाख से अधिक की धनराशि वसूली जा चुकी है।मिली जानकारी के मुताबिक ये धनराशि प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन में इस्तेमाल की जाएगी।
ये हैं मंडी के माफिया
1.हाजी ज़िकरान जिसकी मंडी समिति में काफी दुकानें हैं,उससे ज्यादा उसने सरकारी भूमि पर कब्जा कर रखा है। प्रशासन के द्वारा जमीन को खाली कराए जाने के आदेश के बाद ये मंडी माफिया सभी आढ़तियों को प्रशासन के खिलाफ बरगलाने का काम कर रहा है साथ ही इसके गुर्गों द्वारा मंडी समिति के एक ग्रुप में धमकी भरे संदेश भी वायरल किए जा रहे हैं।
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2.गिरीश नाम का इस आढ़ती ने भी अवैध दुकानों और सरकारी भूमि पर कब्जा कर रखा है इसलिए ये भी हाजी ज़िकरान के साथ मिलकर प्रशासन से मुचैटा लेने की तैयारी में है।
3.रामचंद्र नाम का ये मंडी माफिया खुद तो लाखों की कमाई करता है लेकिन पास के आढ़तियों को प्रशासन के खिलाफ बरगला रहा है इसको हाजी ज़िकरान का कार खास माना जाता है।
4.मोईन और मेराज ये दोनों हाजी ज़िकरान के गुर्गे है। हाजी ज़िकरान के आदेश पर ही मंडी समिति में मौजूद सब्जी मंडी और फल मंडी के आढ़तियों से बसूली की जाती है। अपनी दुकान होने के बाबजूद भी इन लोगो ने करोड़ों की जमीन पर कब्जा किया हुआ है।
5.कंचन सक्सेना ने मंडी समिति में कई दुकानों पर अवैध कब्जा जमाया हुआ है। कंचन सक्सेना और कोई नहीं बल्कि लंबे समय तक हिंदुस्तान अखबार में फोटोजर्नलिस्ट रहे सतीश सक्सेना की पत्नी हैं। सतीश सक्सेना ने मंडी समिति के माफियाओं से सेटिंग करके अपनी पत्नी के नाम अवैध तरीके से दुकान दिल रखी है और सरकारी भूमि पर भी कब्जा कर रखा है। मिली जानकारी के मुताबिक जैसे ही इस बात की खबर हिंदुस्तान अखबार के ऑफिस में पता चली तो सतीश सक्सेना को संस्थान ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
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मंडी के कुछ आढ़तियों ने दी जानकारी
मंडी समिति में मौजूद अवैध कब्जेदार जिला प्रशासन की कार्रवाई से नाखुश हैं। जबकि जो लीगल काम कर रहे हैं उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। कुछ आढ़तियों ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि मंडी समिति में जो कुछ भी हो रहा है उसका कर्ता धर्ता हाजी ज़िकरान है उसी ने सभी को प्रशासन के खिलाफ भड़काया है और उसी की सह पर आढ़तियों से जबरन पांच पांच हजार रुपए वसूले जा रहे हैं।
लीगल कारोबारियों को मिली रही धमकी
साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि हाजी जिकरान ने सभी आढ़तियों से कहा है कि चाहे कुछ भी हो जाए प्रशासन की बात नहीं माननी है। हमें मरते दम तक डटे रहना है। हाजी जिकरान के आदेश पर ही व्हाट्सएप ग्रुप में प्रशासन से मुचैटा लेने के लिए संदेश वायरल किए जा रहे हैं। साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि अगर किसी आढ़ती ने दुकान खोली तो वो उसका स्वयं जिम्मेदार होगा।