मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता।
ठाकुरद्वारा में महिला अधिवक्ता शशिवाला ने दो युवकों पर तेजाब फेंकने का आरोप झूठा साबित हुआ।घटना के समय दोनों युवक काशीपुर स्थित एक फैक्ट्री में काम करते हुए नजर आ रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने फैक्ट्री से सीसीटीवी फुटेज भी लिए लेकिन अभी तक पुलिस को गुमराह करने ओर झूठी सूचना देनी वाली महिला अधिवक्ता पर पुलिस का नरम रुख बरकरार है।
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सोचने वाली बात,कमर पर क्यों फेंका गया तेजाब
तेजाब से हमले का आरोप लगाने वाली महिला अधिवक्ता खुद अपने बनाए प्लान में ही फंस गई। महिला अधिवक्ता ने बताया था कि दो युवकों द्वारा उसके ऊपर तेजाब से हमला किया गया है,हमले में तेजाब कमर पर फेंका गया,पुलिस के ये बात गले नहीं उतरी और मामले की गंभीरता से जांच की तो पता चला महिला अधिवक्ता झूठ का सहारा लेकर निर्दोष युवकों को फंसाना चाहती थी। अब बड़ा सवाल ये है कि महिला अधिवक्ता द्वारा पुलिस को झूठी कहानी और तेजाब के हमले का नाटक क्यों करना पड़ा।
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अधिवक्ता है पुलिस नहीं करेगी कार्रवाई
ये हम नहीं कह रहे ये ठाकुरद्वारा कचहरी परिसर में मौजूद वकीलों का कहना है। उन्होंने यह भी कहा कि कचहरी में इस महिला अधिवक्ता की अच्छी पैठ हैं जिसके चलते पुलिस इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।अगर कोई आम इंसान पुलिस के साथ ऐसे कर देता तो अब तक उसे सलाखों के पीछे भेज दिया जाता।
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मामले पर जानकारी देते हुए ठाकुरद्वारा कोतवाली निरीक्षक विवेक शर्मा ने बताया कि इस मामले में विवेचना की जा रही है।जिन युवकों पर तेजाब डालने का आरोप लगा है वो घटना के समय घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे। उन्होंने अपने आप को काशीपुर स्थित एक फैक्ट्री में होना बताया था जहां की सीसीटीवी कैमरा फुटेज पुलिस ने कब्जे में ले ली हैं। सीडीआर निकलवाई जा रही है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।