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Photograph: (Moradabad)
मुरादाबाद वाईवीएन संवाददाता मुरादाबाद मंडल के कृषि क्षेत्र को नई दिशा देने के उद्देश्य से मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह ने सोमवार को आयुक्त सभागार में कृषि वैज्ञानिकों, विश्वविद्यालयों के प्रोफेसरों और किसानों के साथ विशेष बैठक की
खेती को नए नजरिए से देखा जाए
इस संवाद में मंडलायुक्त ने कहा कि बदलते हालात में खेती को परंपरा नहीं, अब व्यवसाय बनाना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने में कृषि की भूमिका अहम है, इसलिए जरूरी है कि खेती को नए नजरिए से देखा जाए। बैठक में मंडलीय कृषि पुस्तिका तैयार करने पर सहमति बनी, जिसमें कृषि विज्ञान केंद्र, टीएमयू और आईएफटीएम के प्रोफेसरों का योगदान लिया जाएगा। साथ ही, ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने और ऐसे किसानों की एक सहकारी समिति बनाने पर चर्चा हुई, जिससे वे सीधे उपभोक्ताओं से जुड़ सकें।
सफल तकनीकों को अपनाने की जरूरत
मंडलायुक्त ने कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग के फायदों और नुकसान पर भी चर्चा कराई। उन्होंने कहा कि छोटे किसानों के हितों को सुरक्षित रखते हुए अगर यह मॉडल लागू किया जाए, तो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि मंडल में कृषि भूमि लगातार कम हो रही है। ऐसे में कम ज़मीन में ज्यादा उत्पादन के लिए आधुनिक और सफल तकनीकों को अपनाने की जरूरत है। दूसरे राज्यों में प्रयोग हो रही सफल तकनीकों का अध्ययन कर उन्हें स्थानीय स्तर पर लागू करने की बात कही गई।
इस मौके पर किसानों को रागी, बाजरा, साँवा, उड़द और अरहर जैसी पारंपरिक फसलों के बीजों की निःशुल्क मिनीकिट भी वितरित की गई। मंडलायुक्त ने किसानों से अपील की कि वे मोटे अनाजों की खेती को अपनाकर अपने स्वास्थ्य और आय दोनों को बेहतर बनाएं।
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