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बारिश में निकलता ताजिया Photograph: (Moradabad)
मुरादाबाद वाईवीएन संवाददातामोहर्रम का महीना मुस्लिम समाज के लिए गम और अकीदे का प्रतीक होता है। इसी सिलसिले में शनिवार को 10वीं मोहर्रम (यौमे आशुरा) के मौके पर मुरादाबाद में भारी बारिश के बावजूद ताजियों का जुलूस निकाला गया। झमाझम बारिश और जलभराव के बीच ताजियेदारों ने हिम्मत नहीं हारी और शहर के अलग-अलग इलाकों से करीब 200 ताजिए कर्बला की ओर रवाना किए गए।
तीन फीट तक पानी में चलकर ताजिए ले जाने पड़े
शाम 6 बजे कंबल के ताजिए को जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों और शहर के गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में रवाना किया गया। इसके बाद बाकी जुलूस परंपरागत रास्तों से निकलते हुए कर्बला की ओर बढ़े। बारिश की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी झब्बू का नाला, वारसी बिल्डिंग, दौलत बाग और शाह बुलाकी साहब के क्षेत्र में देखने को मिली, जहां ताजियेदारों को लगभग तीन फीट तक पानी में चलकर ताजिए ले जाने पड़े। वहीं, इंद्रा चौक, रहमत नगर और करूला के इलाकों में भी जलभराव ने मुश्किलें बढ़ाईं, लेकिन अकीदतमंदों का हौसला कम नहीं हुआ।
ताजियेदार 'या हुसैन' की सदाएं बुलंद करते हुए पूरी रात जलभराव से जूझते हुए कर्बला पहुंचे। कई जगह समाजसेवी संगठनों ने कैंप लगाकर जुलूस में शामिल लोगों को सहयोग प्रदान किया। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनज़र पुलिस बल के साथ-साथ सिविल डिफेंस की टीमों ने भी ताजियों को कर्बला तक सुरक्षित पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुरानी परंपरा के मुताबिक जुलूस तहसील स्कूल, रेती स्ट्रीट, चौमुखा पुल, टाउन हॉल, मानपुर, कटरा नाज, पत्थर का चौराहा, भूड़ा, ईदगाह और संभल फाटक होते हुए कर्बला तक पहुंचा, जहां ताजियों को सुपुर्द-ए-ख़ाक किया गया।
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