मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता। जो आईपीएल सट्टेबाज पुलिस की पकड़ से फरार चल रहे हैं। वह धन को दोगुना करने का लालच देकर दिन में सट्टा लगवाते थे और जब शहर का व्यापारी सट्टे की इस धंधे में अपने करोड़ों रूपये हार जाता था। तब यह सट्टेबाज उसे उधार रूपये देकर सट्टा लगाने का लालच देते थे और जब वह इस धनराशि को भी हार जाता था तो उसके बाद सट्टेबाज व्यापारी का उत्पीड़न करना शुरू कर देते थे। रात में नशा करने के बाद सट्टेबाज गुंड्डे बन जाते थे और हारे हुए व्यापारी का धमकाते थे। गाली-गलौच करते थे। जान से मारने की धमकी देते थे। मकान व जमीन की रजिस्ट्री जबरिया रख लेते थे। इस तरह की एक नहीं बहुत सारी शिकायतें पुलिस के पास पड़ी हैं। अभी हाल ही में एक व्यापारी ने धमका कर दो करोड़ रुपये की वसूली का आरोप फरार सट्टाबाजों पर लगाया है।
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आईपीएल सट्टा खिलाने वाले गिरोह के सदस्य विशाल डुडेजा, अमित नागपाल, कमलजीत टंडन, राजदीप टंडन, मुकुल गोटेवाले ने आईपीएल मैच में रकम दोगुनी कराने का झांसा देकर सट्टा लगवाया। इसके बाद गुंडई करके दो करोड़ रुपये व्यापारी से वसूले।
गिरोह का सरगना विशाल डूडेजा, अमित नागपाल, कमलदीप टंडन, राजदीप टंडन, मुकुल गोटेवाला, आशु रस्तोगी, रचित रस्तोगी, सुमित सेठी, टीटू उर्फ दीपक गगनेजा, कमल छाबड़ा, विक्री खवड़ा, गौरव आनंद उर्फ बित्री और प्रवीण सिंह फरार है, जिन्हें ढूंढने में पुलिस का सारा तंत्र फेल हो चुका है।
कहते हैं कि धंधे का वसूल है। अगर किसी का घाटा होगा। तभी दूसरे का फायदा होगा। अगर यह आईपीएल सट्टेबाजों का गिरोह टूट चुका है और खत्म हो चुका है तो जाहिर है, किसी ना किसी का फायदा हो रहा होगा। आखिर कौन है वह? मुरादाबाद के लिए सोचने वाली बात है।
बीती 12 अप्रैल 2025 को पुलिस ने पुलिस ट्रेनिग कॉलेज के पास एक फ्लैट से आईपीएल के सट्टेबाजों के एक बड़े गिरोह का राजफाश किया था। इस गिरोह में शहर के माने जाने सफेदपोश आईपीएल का सट्टा लगाते हुए गिरफ्तार हुये थे। इनमें समाजवादी पार्टी का छत्र संघ अध्यक्ष एवं बेसिक शिक्षा विभाग का टीचर सुशील चौधरी उर्फ सुरेंद्र सिंह, कौशल कपूर, विपुल जुयाल, शहजादे सलीम, अभिनव, मनीज, धर्मेंद, हेमंत, रोहित गुप्ता शामिल थे। पुलिस ने इन सभी को जेल भेज दिया था। इसके बाद एक अन्य आरोपी साहिल गुप्ता को भी पुलिस ने पकड़ा था। पुलिस ने इस मामले में कुल 20 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। 3 लोगों के नाम विवेचना में सामने आए थे।