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Moradabad: जनपद की 31 हजार महिलाएं बनी लखपति दीदी,खेती व पशुपालन कर कमा रही लाखों रूपये

जनपद में स्वयं सहायता समूह के माध्यम से 31 हजार महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं। अब महिलाएं लगती दीदी योजना के माध्यम से अपनी फूलों की खेती और पशुपालन कर रही है।

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Avik Kumar
स्वयं सहायता समूह के माध्यम से 31 हजार महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं। अब महिलाएं लगती दीदी योजना के माध्यम से अपनी फूलों की खेती और पशुपालन कर रही है।
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मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता। 

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जनपद में स्वयं सहायता समूह के माध्यम से 31 हजार महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं। महिलाएं इस योजना के माध्यम से फूलों की खेती और पशुपालन कर रही है। इससे हर साल महिलाएं लाखों रुपए कमा कर अपनी आजीविका को अच्छे से चला रही हैं। 

लखपति दीदी योजना से मिला रोजगार 

सरकार पिछले कुछ सालों से महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनने के लिए जोर दे रही है। अब महिलाओं को लखपति दीदी के माध्यम से रोजगार से जोड़ा जा रहा है। यह महिलाएं ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन फूलों की खेती समिति अन्य खेती कर लाखों रुपए कमा रही है। जबकि पहले ग्रामीण क्षेत्र की  महिलाएं घरों में रहकर आत्मनिर्भर बनने का सपना देखी थी। मगर आप सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को बढ़ावा दिया है और आत्मनिर्भर बनने पर जोर दे रही है।

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यही वजह है कि आज लखपति दीदी योजना से जुड़कर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं लाखों रुपए कमा रही है। पीडीएस आरपी भगत ने बताया कि जिले में स्वयं सहायता समूहों की संख्या वर्तमान में 13 हजार है।

तीन माह कार्य करने पर स्वयं सहायता समूह को 30 हजार रुपये का अनुदान सरकार से मिलता है। छह माह पूरा करने पर स्वयं सहायता समूह को डेढ़ लाख का अनुदान दिया जाता है। जिले में कृषि सखी, बैंक सखी, विद्युत सखी के रूप में महिला समूह काम कर रही हैं। इतना ही नहीं जनपद में करीब 31 हजार महिलाएं लखपति दीदी योजना के माध्यम से लखपति बन रही हैं।

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