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Photograph: (Moradabad)
मुरादाबाद वाईवीएन संवाददाता ऊर्जा मंत्री के सरकारी कार्यक्रम के दौरान मुरादाबाद में अचानक बिजली गुल हो जाना जिम्मेदार अफसरों पर भारी पड़ गया। बिजली विभाग की लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए शासन ने बड़ी कार्रवाई की है। विभाग के चीफ इंजीनियर समेत पांच अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
जैसे ही ऊर्जा मंत्री मंच पर पहुंचे बिजली आपूर्ति ठप हो गई
सूत्रों के अनुसार, कार्यक्रम के दौरान जैसे ही ऊर्जा मंत्री मंच पर पहुंचे, कुछ ही देर में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। इस लापरवाही से कार्यक्रम की गरिमा प्रभावित हुई और अधिकारियों पर गाज गिर गई।निलंबित अधिकारियों में मुख्य अभियंता (चीफ इंजीनियर) ए.के. सिंघल, अधीक्षण अभियंता सुनील अग्रवाल, अधिशासी अभियंता प्रिंस गौतम, एसडीओ राणा प्रताप और जेई ललित कुमार का नाम शामिल है। इन सभी को कार्य में लापरवाही और अनुशासनहीनता का दोषी मानते हुए निलंबन की कार्रवाई की गई है।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सरकार आमजन को निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए प्रतिबद्ध है। किसी भी स्तर की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विभागीय जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि यह कार्यक्रम शहर के एक प्रमुख स्थल पर आयोजित किया गया था, जहां तमाम अधिकारी, जनप्रतिनिधि और आमजन मौजूद थे। बिजली गुल होते ही अफसरों में अफरा-तफरी मच गई। मंत्री के स्तर से मिली शिकायत के बाद शासन ने तुरंत संज्ञान लिया और सख्त कदम उठाया।
यह मामला अब प्रदेश भर में बिजली विभाग की कार्यशैली को लेकर सवाल खड़े कर रहा है।
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