मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता।
आखिरकार बरेली मरकज से फतवा लाने में कारी रईस अशरफी को सफलता मिल गई। अब शहर के लोग अगर उनका साथ दे दें तो उन्हें शहर इमाम बनने से कोई रोक नहीं सकता है। कारी रईस अशरफी बरेली मरकज से मिले, जिसके फलस्वरूप फतवे को लेकर कारी मोहम्मद रईस अशरफी के साथ भारी तादात में लोग कोतवाली पहुंचे।
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कोतवाली में फतवे का दिया हिंदी अनुवाद
जहां उन्होंने बरेली की तस्दीक का हिंदी अनुवाद और फतवा कोतवाली में दिया। जिसमें कारी रईस अशरफी को ही शहर इमाम होने की संस्तुति की गई। नगर के कारी रईस अशरफी को अनेको मस्जिदों के उलेमा आदि के अलावा मुरादाबाद की जामिया नईमियां ने भी शहर इमाम बनाने को लेकर अपनी संस्तुति दी थी। इसके बाद उन्हें शहरी इमाम घोषित किया गया।
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इससे पहले बिलारी नगर में उन्हें शहर इमाम घोषित किया गया था। बरेली से हरी झंडी मिलने के बाद उनका शहर इमाम बनना लगभग तय हैं। शहर के लोगों की सहमति मिलनी बाकी है।
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